दिल्ली. देश में कोरोना वायरस की दुसरी लहर अब बेहद भयावह रूप ले चुकी है. देश के कई राज्यों की स्थिती बहुत खराब है. कई हिस्सों से आ रही तस्वीरें इसकी गवाह है. महामारी के बीच देश की बहुत बड़ी आबादी पर खतरा मंडरा रहा है जो गांवों में रहती है.  राजस्थान के एक गांव में एक दिन में 95 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. जिससे गांव में दहशत का माहौल है.

गांव में तीन शादियों में शामिल हुए 150 लोगों की कोरोना जांच कराई गई, जिसमें से 95 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इतना ही नहीं शादी के दिन ही दुल्हन के पिता की भी मौत हो गई. इसके बाद से आसपास के गांवों में डर का माहौल बना हुआ है.

राजस्थान के स्यालू कला गांव के रहने वाले सुरेंद्र शेखावत का कहना है, जब उन लोगों की कोरोना जांच की गई थी. तब गांव के 95 लोग पॉजिटिव हो गए थे. 25 अप्रैल को तीन शादियां थी और इस दौरान दुल्हन के पिता की मौत भी हो गई. पहले गांव के लोग कोरोना को नहीं मानते थे और खुलेआम घूमते रहते थे पर जब हर किसी जांच की गई, तभी यहां पर डर का माहौल बना और लोग अपने घरों के अंदर बैठ गए.

इसे भी पढ़ें- काशी के डॉक्टरों और हेल्थ वर्कर्स से बात करेंगे पीएम मोदी, ट्वीट कर दी ये जानकारी

इतना ही नहीं वीरेंद्र सिंह का कहना है कि जैसे ही उनके गांव में कोरोना वायरस के मामले बढ़े उसके बाद से ही अधिकारियों ने यहां आना मुनासिब नहीं समझा. लोग उनके गांव का नाम सुनकर ही पहले ही राह बदल लेते हैं. गांवों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है, सड़कें खाली हैं, बच्चे घरों के अंदर बंद हैं और लोग जरूरी काम से ही बाहर निकल रहे हैं.

वहीं राजस्थान सरकार ने शादी समारोह के दिन सिर्फ 11 लोगों के शामिल होने की छूट दी हुई है. नियम तोड़ने पर 1 लाख रुपए जुर्माना करने का नियम भी है. बावजूद इसके लोगों ने इन नियमों की पूरी तरह से अनदेखी की है. जिसका खामियाजा दूसरे लोगों को भी भुगतना पड़ रहा है.

read more- Corona Horror: US Administration rejects India’s plea to export vaccine’s raw material

गांव वालों का कहना है कि शादियों में भीड़भाड़ की वजह से यहां ऐसी स्थिति हो गई है. लोगों को लगता था कि कोरोना सिर्फ शहर तक ही सीमित रहेगा. इसलिए सब बेखबर थे. पर गांव में हो रही मौतों ने हर किसी को परेशान कर दिया है. अब लोग इसकी गंभीरता को समझ रहे हैं और अपना बचाव करने की कोशिश में जुटे हैं.

यहां परिजन अपने बच्चों को बहार निकलने नहीं दे रहे हैं, क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक बताई जा रही है, ऐसे में गांव के लोगों का डर बढ़ गया है. राजस्थान के ज्यादातर गांवों की स्थिति खराब है, प्रशासन अपनी तरफ से पूरी कोशिश करने लगे हुए हैं, कि किसी तरह कोरोना की चैन को तोड़ा जाए. साथ ही गांव के लोगों को इस खतरनाक बीमारी से कैसे अपने आपको बचा सके इसे लेकर जागरूक किया जा रहा है.