भुबनेश्वर. सीबीआई के ओड़िशा विंग ने रविवार को एक निजी कंपनी ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड के सीएमडी के कार्यकारी सचिव समेत सात लोगों को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया है. सीबीआई का कहना है कि कंपनी ने एकलव्य मॉडल स्कूल के टेंडर पास कराने के लिए 19.96 लाख रुपये का रिश्वत लिया है.

गिरफ्तार किए गए छह लोगों में अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के कार्यकारी सचिव आशीष राजदान, राजकोट स्थित एक निजी कंपनी के मालिक हेतल कुमार प्रवीणचंद्र राज्यगुरु और पांच व्यक्ति – शशांक कुमार जैन, सोमेश चंद्र, वीर ठक्कर, राजीव रंजन और तरंग अग्रवाल शामिल हैं.

सीबीआई ने कहा कि आरोपिओं ने ईएमआरएस टेंडर हासिल करने के लिए कोलकाता स्थित पिएसयु ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड में एक अज्ञात सरकारी अधिकारी को 20 लाख का रिश्वत दिया है. जांच से पता चला कि कोलकाता निवासी शशांक कुमार जैन ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड में अज्ञात अधिकारि के तरफ से रिश्वत की मांग कर रहा था. इसके बदले में हेतल कुमार और प्रवीणचंद्र राज्यगुरु को टेंडर प्रक्रिया में अबैध सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया गया था.

सीबीआई अधिकारी ने कहा कि “हमने जाल बिछाया था, और हवाला चैनल के माध्यम से कोलकाता में उक्त निजी व्यक्ति को रिश्वत की रकम पहुंचाने के बाद, दोनों को रंगे हाथ पकड़ गिरफ्तार किया गया है. उनसे कुल 19.96 लाख रुपये की रिश्वत राशि भी बरामद की गई है’ .

यह रिश्वत ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड के सीएमडी के कार्यकारी सचिव (एक लोक सेवक) के लिए थी. उक्त कार्यकारी सचिव और अन्य निजी व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है. कोलकाता, दिल्ली, नोएडा, मुंबई, नागपुर और राजकोट सहित विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली गई, जिससे कई आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल साक्ष्य और 26.60 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई.

अधिकारी ने कहा, “हेतल कुमार प्रवीणचंद्र राज्यगुरु को अहमदाबाद में एक विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया और उन्हें 21 सितंबर तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया है. शेष गिरफ्तार आरोपियों को अदालत के सामने पेश किया जाएगा.’