गुरू बृहस्पति विद्या, वाणी और ज्ञान के माध्यम से इंसान को कुशाग्र बनाकर अमीर बनाते हैं और मान सम्मान और पद प्रतिष्ठा का अधिकारी बनाते हैं.

अगर आपकी भी यह इच्छा है कि आपको भी सरकारी नौकरी, प्रमोशन और वेतन में बढ़ोत्तरी हो तो या शिक्षा के क्षेत्र में सभी समस्याये खतम हो जाए. हर गुरूवार को आप बृहस्पति कवच को पाठ करें ऐसा करने से आपको मनचाहे फल मिलेंगे.

शास्त्रों में बताया यह बृहस्पति कवच गुरुवार या हर रोज बोलना बहुत ही जल्द और मनचाहे फल देने वाला होता है. यह कुण्डली में बने विपरीत गुरु ग्रह योग व दशा को भी मंगलकारी बना देता है.

गुरु बृहस्पति की प्रतिमा की गंध, अक्षत, फूल से पूजा कर धूप व दीप जला पीले आसन पर बैठ बृहस्पति कवच बोलें. शास्त्रों के मुताबिक इस दिव्य कवच के मंत्रों का असर दुर्भाग्य को भी सौभाग्य में बदल देता है.

वृहस्पति के मंत्र जाप के साथ ही गुरू के अनुकूल फल प्राप्ति हेतु निम्न उपाय भी करें. वृहस्पतिवार व्रत करना चाहिए. गुढ़हल के फूल भगवान् को अर्पित करें. माता-पिता, बुजुर्गो और पितरों का सम्मान करें इससे बृहस्पति के शुभ फल प्राप्त होते हैं. गुरुवार के दिन केले के पेड़ के सम्मुख गौघृत का दीपक जलाना चाहिए.

गुरुवार के दिन केले के पेड़ में जल चढ़ाय. गुरुवार के दिन रोटी में चने की दाल, गुड़ एवं हल्दी डालकर गाय को खिलानी चाहिए. गुरुवार के दिन गाय को केला खिलाएं. केसर का टीका लगाना चाहिए. ब्राह्मणों एवं गरीबों को दही चावल खिलाना चाहिए.