नेहा केसरवानी, रायपुर। विधानसभा चुनाव की गहमा-गहमी के थोड़ा सा कम होते ही पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने अपने एक कदम से प्रदेश का राजनीतिक पारा फिर चढ़ा दिया है. बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला को उनके बयानों के लिए मानहानि का नोटिस भेजा है.
पूर्व मंत्री और रायपुर दक्षिण से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल ने अपने अधिवक्ता राजकुमार शुक्ला के जरिए मुख्यमंत्री बघेल और सुशील आनंद शुक्ला को नोटिस भेजा है. अधिवक्ता ने पत्र में बृजमोहन अग्रवाल के लंबे राजनीतिक जीवन का हवाला देते हुए चुनाव प्रचार के दौरान हमला किए जाने की घटना का जिक्र किया है. हमले को लेकर बृजमोहन में पुलिस में एफआईआर दर्ज कराया है.
लेकिन मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस संचार प्रमुख शुक्ला ने हमले को नौटंकी करार देते हुए ‘बृजमोहन से बड़ा गुंडा कौन’ करार दे दिया. इस पर बृजमोहन की ओर से आपत्ति जताते हुए इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया में बयान पर खेद प्रगट करते हुए सात दिनों के भीतर लिखित में माफी मांगने की बात कही है.
कांग्रेस ने नोटिस मिलने से किया इंकार
भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल के मानहानि के नोटिस पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि बृजमोहन अग्रवाल दक्षिण में बड़े अंतर से चुनाव हार रहे हैं. यह नोटिस चुनाव में हार की खीज है. हमें मानहानि का कोई नोटिस नहीं मिला है. नोटिस मिलेगा तो विधि विभाग उसका जवाब देगा. इसके साथ बृजमोहन को स्वयं आत्म अवलोकन करना चाहिए कि आखिर यह परिस्थिति क्यों निर्मित हुई.