रायपुर- फाॅरेस्ट लैंड पर रिसार्ट बनाये जाने के आरोप के बाद सरकार के वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि- कुछ ऐसे लोग हैं, जो मेरी प्रगति और विकास को पचा नहीं पाते. समय आने पर ऐसे लोगों का सबको पता चल जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी चुनाव से संबंधित एक याचिका के दौरान पूरी कोशिश की गई. कपिल सिब्बल जैसे बड़े वकील को भी लाया गया, उन्हें लगा था कि केस हम हार जाएंगे, लेकिन फैसला हमारे पक्ष में आया, अब यह जमीन मामला ऐसे लोगों का दूसरा स्टंट हैं.
आरोपों पर सफाई देते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने लल्लूराम डाॅट काॅम से कहा है कि- जो कुछ भी पत्नि और बेटे के नाम हैं, वह लीगल हैं. नियमानुसार ही जमीन की खरीदी की गई है. जमीन के पीछे की कहानी हमें नहीं पता. हमने जो किया लीगल तौर पर किया. पिछले चुनाव के दौरान संपत्ति घोषणा में भी जमीन का उल्लेख किया चुका है. उन्होंने कहा कि जमीन जब खरीदी गई, उस वक्त जमीन किसान के नाम ही दर्ज थी. दस्तावेजों में किसानों का ही नाम अंकित था. दस्तावेज देखकर ही जमीनी खरीदी गई. दान का जिक्र नहीं किया गया. दान में जमीन मिलने के बाद शासन स्तर पर उस दौरान जमीन का नामांतरण सरकारी खाते में भी दर्ज नहीं कराया. यह भी प्रक्रिया की गलती है. इसमें मेरी गलती कहीं नहीं हैं.
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि- मैंने अपनी राजनीति में कभी गलत काम नहीं किया. आगे भी नहीं करूंगा.