नई दिल्ली। ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी अपने आप को ‘भारत का दामाद’ कहने वाले बोरिस जॉनसन की अगुवाई में  रिकार्ड मतों से जीतकर वापस लौटी है. वहीं कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने का विरोध करने वाली लेबर पार्टी को 1935 के बाद से सबसे करारी हार मिली है.

ब्रिटेन की 650 सीटों वाले संसद में ताजा समाचार मिलने तक कंजरवेटिव पार्टी ने 355 सीटों पर जीत हासिल कर ली है, जो बहुमत के लिए 326 के आंकड़े से 29 सीट ज्यादा है. वहीं लेबर पार्टी को महज 202 सीटें ही मिली है. इसके अलावा स्काटलैंड नेशनल पार्टी (SNP) को 48, लेबर डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) को 10 और  डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी (DUP) को 8 सीटें मिली हैं. वहीं 13 सीटों का परिणाम आना बाकी है.

कंजरवेटिव पार्टी की अगुवाई करने वाले वही बोरिस जॉनसन हैं, जिनकी शादी सुप्रसिद्ध साहित्यकार खुशवंत सिंह के परिवार से जुड़ी मरीना व्हीलर से हुई थी, जिनसे उनका तलाक हो चुका है, और अब जॉनसन अपनी गर्लफ्रेंड केरी साइमंड के साथ ब्रिटेन प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट में रहते हैं.

ब्रिटेन का चुनाव परिणाम अनेक मायनों में ऐतिहासिक है. पहला तो यह कि माग्रेट थैचर को 1987 में मिली जीत के बाद पहली बार कंजरवेटिव पार्टी को भारी बहुमत मिला है, वहीं दूसरी ओर लेबर पार्टी की बात करें तो उसे 1935 के बाद सबसे करारी हार मिली है. इस करारी हार का परिणाम यह होगा कि पार्टी के नेता जर्मी कोर्बेन पद से इस्तीफा देकर दूसरे नेता के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे.

बता दें कि चुनाव से पहले भारत में जब कश्मीर से धारा 370 हटाया गया था, तब एक ओर कंजरवेटिव पार्टी ने कोई नकारात्मक टिप्पणी नहीं की थी, वहीं दूसरी ओर लेबर पार्टी ने नेताओं इस कदम की निंदा की थी. इसका परिणाम यह हुआ कि चुनाव के दौरान आमतौर पर लेबर पार्टी के समर्थक माने जाने वाले भारतीय हिन्दुओं ने पार्टी से किनारा कर लिया, वहीं दूसरी ओर कंजरवेटिव पार्टी के नेताओं को हाथों-हाथ लिया. मंदिरों में होने वाले कार्यक्रमों में बोरिस जॉनसन की तस्वीरें चुनाव के दौरान खूब वायरल हुई.