दिल्ली. ब्रिटिश सांसदों ने एक रिपोर्ट में फेसबुक पर ब्रिटेन में जानबूझकर आंकड़ों से जुड़े निजता संबंधी नियमों और प्रतिस्पर्धा-रोधी कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाया।

सोशल मीडिया पर ‘फर्जी खबरों और भ्रामक जानकारियों’ से संबंधित यह रिपोर्ट 18 महीने की जांच-पड़ताल के बाद तैयार की गई है। रिपोर्ट में सोशल मीडिया कंपनियों पर और अधिक निगरानी बनाए रखने की अपील करते हुए ब्रिटिश सांसदों ने कंपनी को ‘डिजिटल गैंगस्टर’ की संज्ञा दी है।

रिपोर्ट तैयार करने वाली संसदीय समिति ने कहा कि सोशल मीडिया वेबसाइटों को अनिवार्य रूप से आचार संहिता का न सिर्फ पालन करना चाहिए, बल्कि हानिकारक या अवैध सामग्री को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने के लिए एक स्वतंत्र नियामक द्वारा इनकी निगरानी भी की जानी चाहिए। इस रिपोर्ट में फेसबुक कंपनी के लिए खासतौर पर कहा गया, ‘ऐसा लगता है जैसे साइट की संरचना इस प्रकार से डिजाइन की गई है कि ‘विशिष्ट फैसलों के लिए ज्ञान व जिम्मेदारी को छिपाया’ जा सके।’
यह स्पष्ट है कि फेसबुक ने जान-बूझकर आंकड़ों की निजता (डेटा प्राइवेसी) और प्रतिस्पर्धा-रोधी संबंधी कानूनों का उल्लंघन किया है। संसद की मीडिया समिति ने रिपोर्ट में फेसबुक सीईओ मार्क जुकरबर्ग पर ब्रिटिश संसद की अवमानना का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जुकरबर्ग को कई बार समिति के सामने पेश होने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं आए। यहां तक कि फेसबुक ने इस संबंध में भेजे गए ई-मेल तक  का कोई जवाब नहीं दिया है।