जयपुर. महला-जोबनेर सड़क मार्ग पर तेज रफ्तार बस ने भाई-बहनों काे कुचल दिया. वहीं एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना के बाद ग्रामीणों ने चार घंटे तक हाइवे पर चक्काजाम कर दिया. वे 20 लाख रुपये मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे. हालांकि अधिकारियों ने चिरंजीवी योजना में 5-5 लाख का क्लेम, सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता, पीएम आवास योजना का लाभ और तीनों परिवार को बीपीएल में चयनित करने का आश्वासन दिया. इसके बाद वे हाइवे से हटे और गाड़ियों की आवाजाही शुरू हो सकी.

जानकारी के मुताबिक घटना जयपुर ग्रामीण के जोबनेर थाना क्षेत्र की है. आसलपुर गांव निवासी पप्पू गुर्जर (40) अपनी बहन बाली देवी (22) के साथ मीठड़ी (नागौर) में एक शादी में शामिल होने निकला था. उसका छोटा भाई बनवारी गुर्जर (25) आसलपुर मोड़ पर छोड़ने के लिए आया था. इनके साथ 4 साल का एक बच्चा भी था. दोपहर करीब 12 बजे दोनों भाई-बहन बस के इंतजार में सड़क किनारे खड़े थे. इसी बीच नागौर से करौली जा रही बारात की बस ने इन्हें अपनी चपेट में ले लिया. इस हादसे में तीनों भाई-बहनों की मौत हो गई. वहीं बच्चा गंभीर रूप से चोटिल हो गया. हादसे में बाइक भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. जानकारी मिलने पर गांव से बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और शव को जोबनेर-महला मेगा हाईवे पर रखकर चक्काजाम कर दिया. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और बस को जब्त कर ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है. बारातियों को दूसरी बस से करौली रवाना किया गया.

इधर, मेगा हाईवे पर चक्काजाम के कारण दोनों तरफ कई किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया. पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद उपखंड अधिकारी अरुण जैन, तहसीलदार पवन चावला, डीएसपी मुकेश चौधरी सहित पुलिस और प्रशासन के अधिकारी घटनास्थल पहुंचे. अधिकारियों ने ग्रामीणों से बात कर उन्हें समझाइश देने की कोशिश की, लेकिन वे मांगें पूरी होने पर ही शव उठाने पर अड़े रहे. चार घंटे की मशक्कत के बाद उन्हें कामयाबी मिली. इसके बाद आवाजाही शुरू हुई.

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