कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। पुष्पेंद्र रावत हत्याकांड मामले पर से ग्वालियर पुलिस ने चंद घंटों के अंदर पर्दा उठा दिया है। युवकी की हत्या रिश्ते में लगने वाले जीजा ने की थी। आरोपी जीजा ने क्राइम सीरियल देखकर साले को अपहरण करने के बाद 5 लाख रुपए लेने का प्लान तैयार किया था। आरोपी पर लाखों रुपए का कर्ज है। फिरौती के मिले रुपए से वह कर्ज चुकाना चाहता था। पुलिस ने आरोपी जीज का गिरफ्तार करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
ग्वालियर एसपी अमित सांघी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी और मृतक आपस में जीजा-साला है। इन दोनों का अक्सर मिलना जुलना भी रहता था। एक दूसरे से ये लोग सारी बातें शेयर भी किया करते थे।
मृतक के दादा बिजली विभाग में कार्यरत थे। उनका पिछले दिनों निधन हो गया था। उनके निधन के बाद दादी को 24 लाख रुपए मिलने थे। जिसमें से 15 लाख रुपए दादी को मिल चुके हैं। दादी ने मृतक की शादी होने पर उसे पांच लाख रुपए देने की बात कही थी और यह बात मृतक ने आरोपी को बता दी थी। यही कारण है कि अपने कर्ज से उबरने के लिए आरोपी ने यह पूरा घटनाक्रम रच डाला।
यह हुआ था घटना वाले दिन
मंगलवार को आरोपी ने किसी दूसरे के फोन से फोन कर मृतक को मिलने के लिए तहसील में बुलाया। उसे नरवर घुमाने ले गया। उसके बाद मड़ीखेड़ा डैम के पास बने रेस्ट हाउस के पास ले जाकर उसकी गला घोट कर हत्या कर दी। उसका फोन लेकर वापस लौट आया। वहां उसने मृतक के पिता को 5 लाख की फिरौती के लिए फोन किया। मृतक के पिता ने जब यह पूरा घटनाक्रम पुलिस को बताया तो पुलिस ने घटना की बारीकी से जांच शुरू की तो पता चला आरोपी ने उसे फोन करके बुलाया था। जब आरोपी से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की उसने घटना कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर मृतक के शव को मणिखेड़ा रेस्ट हाउस के पास से बरामद किया है इसके साथ ही मृतक का मोबाइल भी आरोपी के पास मिला है।