राजकुमार दुबे, भानुप्रतापपुर. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में BSF की तैनाती नक्सलियों से इस इलाके को मुक्त कराना था, नतीजन धीरे-धीरे अब बस्तर क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में नक्सलियों की धमक कम हो रही है. साथ ही इस क्षेत्र के आदिवासी युवाओं में रोजगार की ललक भी पैदा हुई है. इसी सिलसिले में युवा आदिवासी बालक-बालिकाओं को नक्सल मोर्चे पर तैनात BSF के द्वारा लगातार प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया जाता है. मंगलवार को भानुप्रतापपुर से दूर पोंडगांव में BSF की 81 बटालियन द्वारा 44 युवक-युवतियों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण के लिए रवाना किया गया.

NGO प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के द्वारा इन युवक-युवतियों को 2 महीने का आवासीय प्रशिक्षण विभिन्न ट्रेडों में दिया जाएगा. इसके लिए BSF के महानिरीक्षक इंद्राज सिंह भी पोंडगांव पहुंचे थे. उन्होंने प्रशिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के रहवासियों की हर आवश्यकता को BSF समझ रही है और उनकी आवश्यकता अनुरूप सुरक्षा के साथ-साथ शांति और रोजगार के क्षेत्र में भी BSF ने कदम बढ़ाए हैं.

BSF का हर कदम क्षेत्र के लोगों के साथ है. इंद्रराज सिंह ने बताया कि अभी हमने 44 युवक-युवतियों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण के लिए भेजा है, आगे भी भेजते रहेंगे. बता दें कि इस क्षेत्र में अब शिक्षा के स्तर में प्रगति हुई है. इस वजह से युवक-युवतियों के सामने रोजगार की समस्या आई है. उस समस्या से निजात दिलाने के लिए BSF और जिला प्रशासन अनेक अवसर दे रहा है.