आशुतोष तिवारी, रीवा. शहर में आज बड़ा ही संवेदनशील मामला सामने आया है, जहां बीएसएफ का जवान कोरोना संक्रमित पत्नी को लेकर 8 घंटों तक एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के चक्कर लगाता रहा. जवान ने लोगों से मदद की दरकार की, मगर उसे सुनने सुनाने वाला कोई नजर नहीं आया. अंतत: 8 घंटे बाद मीडिया की दखल से जवान की पत्नी को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
जवान बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स त्रिपुरा में तैनात
बताया जा रहा है कि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स त्रिपुरा में तैनात सीधी जिले के रहने वाले विनोद तिवारी की पत्नी अचानक कोरोना वायरस की चपेट में आ गई. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के लिए बीएसएफ का जवान रीवा आया और फिर उसे जिम्मेदारों के द्वारा तकरीबन 8 घंटे तक एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के चक्कर कटवाने के लिए छोड़ दिया गया. थक हार कर सिस्टम से परेशान बीएसएफ के जवान ने आशा भरी नजरों से मीडिया के लोगों से मदद की गुहार लगाई. मीडिया की टीम ने अस्पताल प्रबंधन से बात कर जवान की पत्नी को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया.
4 दिनों की छुट्टी लेकर इलाज के लिए घर आया
बीएसएफ जवान विनोद तिवारी का कहना है कि पत्नी के संक्रमित होने की खबर जैसे ही उन्हें लगी तो वे ड्यूटी से 4 दिनों की छुट्टी लेकर उसके इलाज के लिए घर आए. लेकिन सरकारी सिस्टम की नाकामी ने उन्हें भी परेशान कर दिया. हालांकि इस पूरे मामले को लेकर जब मीडिया की टीम ने प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से साफ तौर पर इनकार कर दिया.