BSNL: सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने घाटे की लकीर तोड़ते हुए एक बड़ा मील का पत्थर हासिल किया है. वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी ने ₹280 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है. यह इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि पिछले साल इसी तिमाही में BSNL को ₹849 करोड़ का भारी नुकसान उठाना पड़ा था.

केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस वित्तीय प्रगति की जानकारी साझा करते हुए कहा कि साल 2007 के बाद यह सिर्फ दूसरी बार है जब BSNL ने किसी तिमाही में मुनाफा कमाया है. इससे पहले अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही में कंपनी को ₹262 करोड़ का लाभ हुआ था.

वार्षिक प्रदर्शन में भी जबरदस्त सुधार

पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में BSNL का नेट लॉस घटकर ₹2,247 करोड़ रह गया है, जबकि FY 2023-24 में यह आंकड़ा ₹5,370 करोड़ था.

कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 7.8% की वृद्धि के साथ ₹20,841 करोड़ पर पहुंच गया, जो पिछले वर्ष ₹19,330 करोड़ था. वहीं, कुल राजस्व में 10% की उछाल देखने को मिली और यह बढ़कर ₹23,400 करोड़ हो गया — जो अब तक का सबसे बड़ा वार्षिक राजस्व है.

सेगमेंट वाइज ग्रोथ: मोबिलिटी से लेकर फाइबर सेवाओं तक बढ़ी कमाई

  • मोबिलिटी सर्विसेज से आय में 6% की वृद्धि हुई और यह ₹7,499 करोड़ पहुंच गई.
  • FTTH (फाइबर-टू-द-होम) सेवाओं से रेवेन्यू 10% बढ़कर ₹2,923 करोड़ हुआ.
  • एंटरप्राइज और लीज्ड लाइन सर्विसेज से 3.5% की बढ़त के साथ ₹4,096 करोड़ की आय दर्ज की गई.

4G विस्तार और एसेट मोनेटाइजेशन से मिली रफ्तार

BSNL ने अब तक 93,450 4G टावर सक्रिय कर दिए हैं और सभी टावरों को सिंक करने की प्रक्रिया जारी है. सिंधिया के अनुसार, 4G नेटवर्क विस्तार से आने वाले महीनों में कंपनी को और लाभ मिलेगा.

इसके अलावा, एसेट मोनेटाइजेशन में भी कंपनी ने छलांग लगाई है — FY25 में इसमें 77% की वृद्धि दर्ज की गई और यह ₹1,120 करोड़ तक पहुंच गया.

निष्कर्ष

BSNL की यह वित्तीय रिकवरी न सिर्फ सरकारी कंपनियों में संभावनाओं को फिर से मजबूत करती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि रणनीतिक सुधार, डिजिटल विस्तार और संसाधनों के बेहतर उपयोग से घाटे में चल रही कंपनियाँ भी लाभ में आ सकती हैं. BSNL अब 5G और डिजिटल इंडिया मिशन की दिशा में और अधिक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है.