चंडीगढ़. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने चंडीगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. मायावती ने कहा कि राज्यसभा में दलितों की बात उन्हें कहने से रोका जा रहा था जिसके बाद उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया. मायावती आरक्षण को लेकर भी बीजेपी पर खूब बरसीं. मायावती ने कहा कि पूंजीपति पार्टियों का सत्ता में आने से रोकना होगा. बीएसपी के संस्थापक रहे कांशीराम का आज जन्मदिन है. इसी मौके पर ये रैली आयोजित की गई. रैली को संविधान बचाओ, आरक्षण बचाओ नाम दिया गया है.

मायावती ने आरोप लगाया कि बीजेपी देश में आरएसएस का एजेंडा लागू करना चाहती है. दलित, मुस्लिम समेत गरीब तबकों का उत्पीड़न किया जा रहा है. मायावती ने इस दौरान कहा कि दलितों के खिलाफ हो रही हिंसा के मामलों में तेजी आई है. उन्होंने हैदराबाद और ऊना घटना का भी जिक्र किया.उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पदोन्नति में आरक्षण को अप्रभावी कर दिया है. उन्होंने कहा कि इसी मंशा से सरकार मंत्रालय में ज़्यादातर काम निजी कंपनियों को काम दे रही है.

मायावती ने ये भी आरोप लगाया कि बीजेपी ये भ्रम फैला रही है कि बीएसपी ओबीसी आरक्षण के खिलाफ है जबकि सच्चाई है कि मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू कराने में बीएसपी की अहम भूमिका रही है.

चंडीगढ़ में रैली को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि पंजाब की सरकार ने दलितों और कांशीराम को गंभीरता से नहीं लिया. पंजाब सरकार ने उन्हें नज़रअंदाज कर दिया था. उन्होंने कहा कि दलितों के त्याग को गंभीरता से नहीं लिया गया था, पंजाब में कार्यकर्ता खुद मेहनत करें.