चंद्रकांत/बक्सर: जिले के चौसा प्रखंड में हाल में हुए आकाशीय बिजली हादसे के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के शोक व्यक्त करने के कार्यक्रम पर बहुजन समाज पार्टी ने तीखा हमला बोला है. पार्टी के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव ने शोक व्यक्त करने के दौरान जाति देखकर परिवारों के घर गए. उन्होंने आरोप लगाया कि जो दलित और अनुसूचित जाति के लोग थे, उनके घर नेता प्रतिपक्ष नहीं पहुंचे.

‘भगवान आए हैं, जाकर देख लो’

अनिल कुमार ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि दलित परिवारों को दूसरे के जरिए बुलवाया गया कि भगवान आए हैं, जाकर देख लो. उन्होंने कहा कि यह व्यवहार दलित समाज के लिए अपमानजनक है और यह दिखाता है कि तेजस्वी यादव की नजर में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोग आज भी ‘अछूत’ हैं. अनिल कुमार ने हालिया एक और मुद्दा उठाते हुए कहा कि कुछ दिन पहले लालू प्रसाद यादव ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के चित्र को अपने पैरों के पास रखकर सार्वजनिक रूप से अपमान किया, जिस पर आज तक उन्होंने माफी नहीं मांगी.

‘अंबेडकरवादी होने का ढोंग करते हैं’

उन्होंने कहा कि अगर भाजपा दलित विरोधी है, तो राजद उस मानसिकता में दो कदम आगे है. बीएसपी नेता ने तेजस्वी यादव से माफी मांगने की मांग की और कहा कि दलितों के साथ यह व्यवहार स्वीकार्य नहीं है. अनिल कुमार बक्सर में बसपा संगठनात्मक समीक्षा बैठक एवं कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार में हुई सभा पर भी हमला बोला और यह कहा कि वह जब बिहार में पहुंचते हैं, तो नीला पट्टा ले लेते हैं और अंबेडकरवादी होने का ढोंग करते हैं.

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