उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के बीच बहुजन समाज पार्टी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तीन प्रमुख नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. इन नेताओं में से दो पार्टी के बड़े नेताओं और मायावती के करीबी सहयोगी भी शामिल हैं. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने यह कदम तब उठाया जब इन नेताओं का एक विवादास्पद ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें पार्टी के कुछ नेताओं की कथित रूप से सपा के नेताओं से साठगांठ को लेकर चर्चा हो रही थी.

निष्कासित नेताओं में पूर्व मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम, जिला प्रभारी दिनेश काजीपुर, महावीर सिंह जिला प्रभारी और मेरठ जिलाध्यक्ष मोहित कुमार का नाम शामिल है. इन सभी पर पार्टी के अनुशासन के खिलाफ काम करने और सपा नेताओं से संपर्क रखने का आरोप है. खासकर प्रशांत गौतम और मेवालाल गौतम के बीच मुनकाद अली के बेटे के निकाह में जाने को लेकर बातचीत का एक ऑडियो वायरल होने की बात भी सामने आई थी. हालांकि लल्लूराम डॉट किसी भी प्रकार के कोई भी ऑडियो वायरल होने की पुष्टि नहीं करता. जिसमें इन नेताओं की सपा नेताओं के साथ संबंधों को लेकर चर्चा हो रही थी.

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सांठगांठ का आरोप

बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मीरापुर में जहां सपा और बीएसपी के उम्मीदवारों का मुकाबला हो रहा है, वहां पार्टी के नेताओं की सपा से कथित साठगांठ को लेकर यह कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही, यह भी बताया गया कि ऑडियो में सपा के कादिर राणा और मुनकाद अली के परिवार से जुड़े अन्य नेताओं की तस्वीरें सामने आई थीं.