भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट में हुए भयंकर हादसे में अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है. 9 लोगों की मौत की पुष्टि पहले ही कर दी गई थी वहीं कुछ लोगों को गंभीर अवस्था में आईसीयू में भर्ती किया गया था जिनमें 3 और लोगों की मौत हो गई. ये कर्मचारी 100 प्रतिशत जल चुके थे जिन्हे बचाया नहीं जा सका.

11 घायल कर्मचारियों का इलाज अभी जारी है. डॉ के एन ठाकुर (निदेशक प्रभारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं बीएसपी) तरफ से जारी बयान में बताया गया कि 50 से 80 फीसदी तक जले सभी घायलों को बचा लिया जाएगा, घायल कर्मचारियों के बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स के 2 डॉक्टरों को बुलाया गया है. घायलों के इलाज की जानकारी लेने पहुंचे एम्स दिल्‍ली के बर्न्‍स विभाग के प्रमुख डॉ. मनीष सिंघल ने इलाज को लेकर अपनी संतुष्टी जाहिर की. वहीं रायपुर एम्स के एक डॉक्टर को भी बर्न यूनिट में तैनात किया गया हैं. डॉ ठाकुर ने बताया कि बर्न यूनिट में घायलों के इलाज पूरी टीम दिन रात लगी है. यूनिट में पर्याप्त संख्या में डॉक्टर और नर्स की टीम मौजूद है. गंभीर रूप से घायलों को भी बचाने का दावा भी बीएसपी की तरफ से किया गया है.

वहीं हादसे में अपनी जान गंवा चुके मृतकों की शिनाख्त डीएनए टेस्ट से की जाएगी. क्योंकि 3 से 4 कर्मचारियों के शव पूरी तरह जल चुके हैं जिनकी पहचान नहीं हो पाई है. जिन मृतकों की डीएनए जांच मांसपेशियों से की जानी है उनकी रपोर्ट एक दिन मे आ जाएगी और शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा. लेकिन जिनकी डीएनए जांच हड्डियों से की जानी है उसकी रिपोर्ट आने में एक हफ्ते का समय लग सकता है. क्योंकि फोरेंसिक टीम डीएनए को जांच के लिए बाहर भेजती है. इसलिए एक हफ्ते के बाद ही कुछ मृतकों के शव उनके परिजनों को मिल पाएंगे.