चंडीगढ़. हैदराबाद में ज्वाला गुट्टा बैडमिंटन एकेडमी में एक महीने की ट्रेनिंग के बाद पंजाब लौटे खिलाड़ियों के चेहरों पर उत्साह और रौनक देखने वाली थी। बातचीत में 8 वर्ष के युवान बंसल, 10 वर्ष की कामिल सबरवाल, 13 वर्ष के शीवान ढींगरा और 14 वर्ष की आरुशी मेहता आत्म विश्वास से भरे थे।


खेल मंत्री मीत हेयर के साथ मुलाकात के दौरान खिलाड़ियों ने एक महीने के दौरान हुए तजुर्बे भी सांझे किए। कोर्ट में खेलने की नयी तकनीकों और स्टरैचिंग की विधि खिलाड़ियों को सबसे अधिक पसंद आई।

मीत हेयर ने खिलाड़ियों को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार पंजाब के खिलाड़ियों को खेल के अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँचाने के लिए हर संभव यत्न किए जा रहे हैं। नयी खेल नीति राज्य की खेल और खिलाड़ियों को नयी दिशा देगी।


इस मौके पर खिलाड़ियों ने पंजाब के मीत हेयर को सम्मान चिह्न भी भेंट किया जो जवाला गेंदा एकेडमी की तरफ से खेल मंत्री के लिए विशेष तौर पर भेजा गया था। खेल विभाग के डायरेक्टर हरप्रीत सिंह सूदन ने बताया कि 8 साल से 15 साल तक उम्र वर्ग के कुल 34 बैडमिंटन खिलाड़ियों ने हैदराबाद में एक महीना ट्रेनिंग हासिल की। इनमें 18 लड़कियाँ और 16 लड़के थे। इन खिलाड़ियों के साथ वरुण कुमार और सहनाज़ ख़ान कोच भी गए थे। कैंप की समाप्ति पर पंजाब के खिलाड़ियों की तरफ से पेश की भंगड़े की पेशकारी ने जवाला गुट्टा एकेडमियों के सभी खिलाड़ियों का मन मोह लिया।


पंजाब भवन चंडीगढ़ का चौगर्दा इन उभरते खिलाड़ियों के जोश और उत्साह से भरा हुआ था। मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से पंजाब को खेल में देश का नंबर एक राज्य बनाने का सपना यह खिलाड़ी अब अपनी लगन और मेहनत के साथ पूरा करेंगे।


पंजाब के खेल विभाग की तरफ से अपने खर्च किए पर हैदराबाद ट्रेनिंग के लिए भेजे 34 खिलाड़ी एक महीने के दौरान द्रोणाचार्य ऐवार्डी और पूर्व भारतीय बैडमिंटन कोच एसएम आरिफ से सीखे गुणों और तकनीकों से अपने रोज़मर्रा के अभ्यास के दौरान सीध लेते रहेंगे। भारतीय बैडमिंटन स्टार जवाला गुट्टा की तरफ से कैंप के दौरान खिलाड़ियों के साथ की मुलाकात के बाद हर खिलाड़ी में उस जैसा बनने की दृढ़ता पैदा हुई।