रायपुर. पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता मोहम्मद अकबर ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के पेश किए बजट को पूरी तरह नीरस बताया. उन्होंने कहा कि इस बजट में समाज के किसी भी तबके के लिए कुछ भी नहीं है. इस बजट से साबित हो गया है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने का भाजपा सरकार का दावा सिर्फ छलावा है.

कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने बयान देकर कहा है कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में घोषणापत्र जारी कर किसानों को 2100 रुपये प्रति क्विंटल धान का समर्थन मूल्य देने का वायदा किया था. अब तक सरकार ने अपना ये वादा पूरा नहीं किया. किसानों को तीन वर्ष के धान के बोनस का भुगतान किया जाना है लेकिन बजट में मात्र एक साल के बोनस का प्रावधान किया गया है.

उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रत्येक आदिवासी परिवार को गाय, सभी आदिवासी परिवार के एक सदस्य को नौकरी, सभी बेरोजगारों को भत्ता, पांच हार्स पावर तक के बिजली पंप को निशुल्क बिजली प्रदान करने के वायदे के मुताबिक राशि का प्रावधान फिर इस बार के बजट में नहीं किया है. डा. रमन सिंह ने एक बार फिर आदिवासियों और किसानों के साथ धोखा किया है.

पूर्व मंत्री ने सीएम रमन सिंह पर छत्तीसगढ़ को कर्ज के दलदल में धकेलने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सीएम ने छत्तीसगढ़ राज्य पर 43,439 करोड़ रुपये का कर्ज होने की बात कही है. पिछले चौदह सालों में राज्य की भाजपा सरकार ने भारी भ्रष्टाचार कर राज्य की वित्तीय हालत खोखली कर दी है. कांग्रेस सरकार ने 2003 में भरा खजाना छोड़ा था तब राज्य सरकार के ऊपर एक भी पैसे का कर्ज नहीं था और खजाने में 600 करोड़ की राशि मौजूद थी. आज खजाने में एक रुपये भी नहीं बचे बल्कि 43,439 करोड़ रुपये का भारी भरकम कर्ज है. राज्य के बजट में मिडिल क्लास, बेरोजगारों, शिक्षाकर्मी, गरीबों व मजदूरों के लिए राहत का कोई प्राविधान नहीं है.

सीएम द्वारा बजट भाषण के दौरान की गई शायरी कि ‘तूफानों से लड़ने में मजा आता है’ पर प्रतिक्रिया देते हुए मोहम्मद अकबर ने कहा कि अगर उनको तूफानों से लड़ने का इतना ही शौक है तो 2018 के विधानसभा चुनावों का इंतजार करें.