मुंबई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारणन ने शनिवार को अपना दूसरा बजट पेश किया. नए दशक के पहले बजट से मिली निराशा से सेंसेक्स एक हजार अंक और निफ्टी तीन सौ अंकों से ज्यादा अंकों का गोता लगाया है. जानकार इसके पीछे बड़ी वजह लॉंग टर्म केपिटल गेन्स टैक्स (LTCG) में बदलाव नहीं करना बता रहे हैं.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट पढ़ने के दौरान ही शेयर बाजार गोता लगाने लगा था, और बजट भाषण के समाप्त होने के दो घंटे बाद स्थिति और बदतर हो चुकी थी. सेंसेक्स 1068 अंकों की गिरावट के साथ 39,655 अंक तक और निफ्टी 322.7 अंकों की गिरावट के साथ 11,639.40 अंक तक पहुंच गया था.

जानकारों की माने तो निवेशकों और बाजार के हिस्सेदारों ने शेयर पर लगने वाले 10 प्रतिशत लॉंग टर्म केपिटल गेन्स टैक्स (LTCG) में कमी की उम्मीद लगाए हुए थे. लेकिन वित्त मंत्री ने इस दर में कोई कमी नहीं की. बता दें कि शेयर खरीदने के एक साल के भीतर बेचने पर भारत सरकार 15 प्रतिशत शार्ट-टर्म केपिटल गेन्स टैक्स (STCG) 15 प्रतिशत कर लेती है, वहीं एक साल के बाद बेचने पर 10 प्रतिशत लॉंग टर्म केपिटल गेन्स टैक्स (LTCG) लगता है.

वित्तीय बाजार के हिस्सेदार सरकार से इक्विटी या इक्विटी से जुड़े फंड पर LTCG को खत्म करने या फिर STCG की अवधि को दो वर्ष करने की मांग कर रहे थे. लेकिन वित्त मंत्री ने इस पर कोई तवज्जों नहीं दी.