Budh Vakri 2024: आज 26 नवंबर को बुध ग्रह मंगल की राशि वृश्चिक में सुबह 7.39 मिनट पर वक्री हो गए हैं, और 30 नवंबर को इसी राशि में अस्त होंगे. सूर्य पहले से ही वृश्चिक राशि में है, जिसके कारण बुध और सूर्य भी इसी राशि में युति कर रहे हैं. बुध ग्रह जब भी वक्री होता है तो इसका सीधा असर व्यापार पर पड़ता है. बुध के कारण चलते काम रुक जाते हैं, व्यापार में लाभ-हानि बढ़ने लगती है और हर तरह से आर्थिक हानि होने लगती है. 26 नवंबर 2024 से 16 दिसंबर 2024 तक 20 दिनों के लिए बुध वक्री रहेगा. इन 20 दिनों के दौरान सभी राशियों के लिए सलाह है कि वे अपने कारोबार को लेकर कोई भी बड़ा फैसला न लें और काम-काज को ऐसे ही चलने दें.

वैदिक ज्योतिष में बुध को बुद्धि, तर्क शक्ति, संचार कौशल, नौकरी और व्यवसाय के लिए जिम्मेदार ग्रह माना जाता है और बुध सबसे तेज गति से चलने वाले ग्रहों में से एक है. यानी कुंडली में बुध के शुभ प्रभाव से सभी बौद्धिक कार्य सफल होते हैं, नौकरी और व्यवसाय में प्रगति होती है और सभी की बोलने की क्षमता भी प्रभावित होती है. जब बुध वक्री होकर वृश्चिक राशि में अस्त होगा तो इसका प्रभाव मेष से मीन तक सभी 12 राशियों सहित देश-दुनिया पर पड़ेगा. हालांकि वृषभ, सिंह और मकर राशि के लिए यह समय फायदेमंद साबित हो सकता है.

संकट से कैसे बचें (Budh Vakri 2024)

बुध के अस्त होने के दौरान सभी राशियों को पेड़-पौधों की सेवा करनी चाहिए. अगर घर में कोई पौधा सूख गया है या उसकी कुछ पत्तियां सूख गई हैं तो उसे तुरंत बदल दें. यदि पेड़ की कोई शाखा सूखी हो तो उसे भी काट दें. इसके अलावा हरे रंग की गणेश प्रतिमा की नियमित पूजा करने से बुध जनित परेशानियां दूर हो जाती हैं.