लुधियाना। काला पानी दा मोर्चा के ताजपुर स्थित सीटीपी प्लांट और बुड्ढे नाले में बांध बनाकर पानी रोकने के ऐलान के बाद मंगलवार को ताजपुर रोड स्थित हजारों श्रमिक व उद्यमी इकट्ठे हुए। सभी में भारी रोष देखने को मिल रहा है। इस दौरान डाइंग उद्यमियों ने सरकार को चेतावनी दी की बार-बार धमकियां देकर बुड्ढे नाले पर रोक लगाने की चेतावनी दे रहे लक्खा सिधाना व अन्य मोर्चे के लोगों को गिरफ्तार किया जाए। सभी प्रदर्शनकारी अपनी मांग को लेकर डंटे हुए हैं।

जानकारी के अनुसार लुधियाना के बुड्डे नाले की सफाई व काले पानी के खिलाफ काला पानी द मोर्चा संस्था का गठन किया गया है, जिसके बैनर तले ही मंगलवार को राजस्थान से 1500 के करीब लोग पंजाब के लुधियाना पहुंच रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि लुधियाना के बुड्डा नाले में फैली गंदगी व काला कैमिकल वाला पानी सतलुज में मिल जाता है और बाद में पानी राजस्थान पहुंचता है, जिसे पीने से राजस्थान के सैकडों लोग बीमार हो चुके हैं।

उद्योगपति ने दी सफाई

लगातार हो रहे प्रदर्शन के बाद उद्योगपति ने सफाई दी है। उद्यमी बॉबी जिंदल अशोक मक्कड़ ने कहा कि ताजपुर रोड पर 400 डाइंग यूनिट्स, हजारों होजरी व अन्य यूनिट्स चल रहे है। जिसमें लाखों लोगों को रोजगार मिल लाखों परिवार पल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ढाई सौ करोड़ की लागत से दो सीटीपी प्लांट भी बना है जो गंदे पानी को फिल्टर करने का काम करता है। उन्होंने यह भी कहा कि काले पानी दे मोर्चा के नेता बार-बार उद्योगों पर आरोप लगा रहे हैं कि यह प्रदूषण फैला रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।

इनकी हुई गिरफ्तारी

इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात। शहर छावनी में बदल चुका है। पुलिस ने लुधियाना के टीटू बानिया को हिरासत में ले लिया है। फिरोजपुर के रोमन बराड, मोगा के मोहिंदर सिंह, फरीदकोट के भी एक व्यक्ति समेत आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया है। लक्खा सिधाना को गिरफ्तार करने की मांग हो रही है, वहीं दूसरी ओर लोगों को रोकने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। काला पानी दे मोर्चा के नेता बुड्ढे नाले में पानी को रोकने ना आ सके। इसके लिए पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। कई जगह नाके लगाए गए। लोगों को ताजपुर प्लांट तक जाने नहीं दिया गया। हालांकि ताजपुर प्लांट के पास बड़े स्तर पर उद्यमी और हजारों श्रमिक एकत्र हुए।