नितिन नामदेव, रायपुर। राजधानी में इन दिनों बूढ़ातालाब धरना स्थल हटाए जाने को लेकर जिला प्रशासन, नगर निगम और कर्मचारियों के बीच काफी गहमा गहमी का माहौल है. एक तरफ नगर निगम महापौर और सभापति धरना स्थल हटाने को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौप रहे है. दूसरी तरफ कर्मचारी वर्ग ने भी धरना स्थल हटाए जाने को लेकर धरना प्रदर्शन कि तैयारी कर रही है, जिसको लेकर कर्मचारी फेडरेशन कि मंगलवार को बड़ी बैठक है. वहीं धरना स्थल के विषय को लेकर कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे और एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के बीच आज शाम महत्वपूर्ण बैठक है. बैठक के बाद कलेक्टर कि ओर से धरना स्थल को लेकर फैसला जारी होगा.

कलेक्टर और एसएसपी के बीच अंतिम बैठक आज

मीडिया से को जानकारी देते हुए कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने कहा कि जल्द ही इस मामले में निर्णय लेंगे. इसमें हमारा और एसपी साहब का आज बैठक है. इसके पश्चात इसमें निर्णय लिया जाएगा. धरना स्थल को लेकर कई राउंड में चर्चा हुई है. किसी ना किसी कारणवश उसमें अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है. आज एसपी और मेरे बीच बैठक है, जिसमें इसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा जल्द इसका आदेश भी जारी किया जाएगा.

वहीं अब धरना प्रदर्शन के लिए नया रायपुर में आदेश जारी किया जा रहा है, जिसको लेकर कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने कहा कि इस विषय को लेकर मैंने एसपी से चर्चा की है जो 6 तारीख को एक बड़ा धरना होने वाला है. उसमें उसमें सहभागियों की संख्या लगभग 6 हजार है. इतनी बड़ी संख्या में शहर में किसी भी कोने में इतनी बड़ी लोगों को प्रदर्शन करना संभव नहीं है, जिसको लेकर नया रायपुर में उनके प्रदर्शन को लिए अनुमति दी है.

धरना स्थल हटाने पर कर्मचारी वर्ग देगा धरना

धरना स्थान हटाने को लेकर कर्मचारी संघ के नेता अजय तिवारी ने कहा कि धरना प्रदर्शन करना हमारा मौलिक अधिकार है. सभी प्रकार के लोगों को आंदोलन की आवश्यकता पड़ती है. लगभग 40 साल से हम लोग यहां धरना प्रदर्शन करते आ रहे हैं. धरना स्थल अगर नया रायपुर में ले जाने की बात कर की जा रही है तो बिल्कुल गलत है.

रायपुर शहर में अगर आबादी बढ़ गई है या फिर ट्रैफिक की समस्या हो रही है तो इसका समस्या का समाधान किया जा सकता है. रायपुर के पंडरी बस स्टैंड में धरना स्थल को रखा जा सकता है ग्रास मेमोरियल है. काली मंदिर के सामने बहुत सी जगह है. रायपुर में जहां धरना स्थल को रखा जा सकता है. अगर स्थान परिवर्तन किया जा रहा है तो धरना स्थल रायपुर शहर में ही होना चाहिए.

धरना प्रदर्शन बूढ़ा तालाब धरना स्थल को हटाया जा रहा है तो लगातार कर्मचारी वर्ग की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है. धरना स्थल रायपुर शहर के अंदर होना चाहिए. धरना स्थल अगर बुढा तालाब में तो वहां वैकल्पिक वैकल्पिक व्यवस्था की जाए. सारी समस्याओं का हल हो सकता है. बूढ़ा तालाब धरना स्थल का गाने का कड़ा विरोध हम लोग करते हैं. धरना स्थल रायपुर में ही होना चाहिए.

मंत्रालय कर्मचारी संघ के नेता कमल वर्मा ने कहा अगर धरना स्थल को रायपुर में कहीं भेजना है तो पंडरी बस स्टैंड पूरा खाली पड़ा हुआ है. वहां रखना चाहिए. नया रायपुर कौन धरना प्रदर्शन करेगा. प्रदेश से अलग-अलग वर्ग के लोग प्रदर्शन करने आते हैं कोई जगदलपुर से आता है कोई गरियाबंद से आता है कोई बिलासपुर से आता है. नया रायपुर में धरना स्थल करना उचित नहीं होगा. उसके बाद भी अगर धरना स्थल रायपुर शहर के बाहर किया गया तो कर्मचारी वर्ग के द्वारा इसका पूर्ण जोर विरोध किया जाएगा. इसको लेकर मंगलवार को कर्मचारी फेडरेशन के द्वारा बैठक भी रखी गई है.

2 अक्टूबर से महिलाए बैठी प्रदर्शन पर

वहीं अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग को लेकर 2 अक्टूबर से प्रदर्शन पर बैठी महिलाओं का कहना है कि 2 अक्टूबर से हम लोग धरना प्रदर्शन करने बैठे हैं. धरना स्थल में जायज मांग को लेकर बैठे हुए हैं. धरनास्थल हटाने की बात करें. हमारे पास अभी इसका एस.आर नहीं आया है. अगर सरकार धरना स्थल हटाना चाहती तो हमारी जायज मांग को पूरा कर दें कोई भी धरना स्थल में नहीं बैठेगा.

नया रायपुर में धरना स्थल ले जाने की बात कही जा रही है तो नया रायपुर में कौन आवाज सुनेगा. हम लोग काफी दिनों से धरना स्थल पर बैठे हैं. हमारी मांगों को पूरा किया जाए. मैं तो बार-बार सरकार को भी अवगत करा रही हूं कि सरकार मांगों को जल्द पूर्ण कर देगी तो ट्राफिक जाम भी नहीं होगा और सब को यह लगेगा कि हमारी सरकार ने हमारे लिए न्याय किया है.

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