Bulletproof Coffee: कॉफी इंडिया में बहुत ही पसंदीदा ड्रिंक है. थकान मिटाने से लेकर एनर्जी के लिए लोग दिन में कई कप कॉफी पी जाते हैं. और इन दिनों बुलेटप्रूफ कॉफी का ट्रेंड चला है. ये एक स्मार्ट एनर्जी बूस्टर हो सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जो कीटो डाइट या इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं. लेकिन इसे रोज़ाना लेने से पहले अपनी हेल्थ कंडीशन और लाइफस्टाइल को जरूर ध्यान में रखें.

बुलेटप्रूफ कॉफी क्या है?

बुलेटप्रूफ कॉफी एक खास तरह की कॉफी है जिसे सामान्य ब्लैक कॉफी में कुछ फैट्स (वसा) मिलाकर बनाया जाता है. इसमें मुख्य रूप से तीन चीजें होती हैं.

1-ब्लैक कॉफी (बिना शक्कर की)

2-ग्रास-फेड बटर या घी

31MCT ऑयल (मीडियम चेन ट्राइग्लिसराइड्स ऑयल) – नारियल तेल से निकाला गया एक हेल्दी फैट

इसे ब्लेंडर में अच्छी तरह मिलाकर पिया जाता है, जिससे इसका टेक्सचर क्रीमी और स्मूद हो जाता है.

बुलेटप्रूफ कॉफी के फायदे

इंस्टेंट एनर्जी देती है
इसमें मौजूद MCT ऑयल जल्दी डाइजेस्ट होकर एनर्जी में बदल जाता है, जो खासतौर पर कीटो डाइट वालों के लिए फायदेमंद होता है.

मेंटल फोकस और क्लैरिटी बढ़ाता है
कैफीन और हेल्दी फैट्स का कॉम्बिनेशन दिमाग को अलर्ट और फोकस्ड रखने में मदद करता है.

भूख को कंट्रोल करता है
हाई फैट कॉफी होने के कारण ये लंबे समय तक भूख नहीं लगने देती, जिससे इंटरमिटेंट फास्टिंग में मदद मिलती है.

वेट लॉस में सपोर्ट करता है
जब शरीर कार्ब्स की बजाय फैट्स को एनर्जी के लिए यूज़ करने लगे, तो ये फैट बर्निंग प्रोसेस को तेज करता है.

संभावित नुकसान / सावधानियां

हर किसी के लिए नहीं है
हाई फैट वाली ये ड्रिंक उन लोगों के लिए नहीं है जिन्हें कोलेस्ट्रॉल, लीवर, या डाइजेशन की समस्या हो.

ओवरकैलोरिक हो सकती है
एक कप बुलेटप्रूफ कॉफी में 200–400 कैलोरी तक हो सकती है. अगर आपकी एक्टिविटी कम है, तो ये वज़न बढ़ा भी सकती है.

न्यूट्रिशन की कमी
अगर आप इसे ब्रेकफास्ट की जगह लेते हैं, तो ध्यान रहे कि इसमें फाइबर, प्रोटीन और बाकी ज़रूरी विटामिन्स नहीं होते.

क्या इसे सुबह खाली पेट लेना सही है?

1-हां, लेकिन कुछ शर्तों के साथ अगर आप कीटो डाइट, लो-कार्ब डाइट या इंटरमिटेंट फास्टिंग फॉलो कर रहे हैं, तो यह सुबह लेने के लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है.

2-अगर आपकी डाइट बैलेंस्ड नहीं है या आप हाई फैट खाने के आदी नहीं हैं, तो खाली पेट ये भारी लग सकती है.

3-डायबिटीज, हाई बीपी या हार्ट के मरीजों को बिना डॉक्टर की सलाह के इसे नहीं लेना चाहिए.