कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में सोने-चांदी के जेवरों में हॉलमार्क और यूनिक आईडेंटिफिकेशन नंबर (एचयूआईडी) अनिवार्य किए जाने से सराफा कारोबारी विरोध में उतर आए हैं. यहां इस कानून के विरोध में सर्राफा व्यापारियों के प्रदर्शन से सर्राफा कारोबार पूरी तरह से बंद हो गया है.
सर्राफा व्यापारियों का कहना है कि किसी भी किसी भी हाल में यह कानून बर्दाश्त नहीं है. यह कानून लंबी उलझन में डालने वाला है. उनका कहना है कि इस कानून से ग्राहक और व्यापारी दोनों को भारी परेशानी होगी. हॉलमार्क तक ठीक है, लेकिन एचयूआईडी बर्दाश्त नहीं है. इससे जेवर खरीदने वाले को लंबी प्रक्रिया से गुजरना होगा. ग्राहक की पूरी डिटेल भी देनी होगी.
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गौरतलब है कि दो महीने पहले ही गोल्ड ज्वैलरी पर हॉलमाकिंग को अनिवार्य किया गया था. सरकार ने इसे पहले फेज में 16 जून 2021 से देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 256 जिलों में लागू किया है. सराफा कारोबारियों की सरकार से मांग है कि हॉलमार्किंग को लागू रखा जाए, लेकिन हॉलमाकिंग यूनिक आईडी के नियम को वापस लिया जाए, क्योंकि स्टॉक क्लीयरेंस न होने पर सराफा कारोबारियों की परेशानी बढ़ रही है. इसलिए इस पर तत्काल रोक लगाई जाए. यह कानून अव्यावहारिक और असंभव है.
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