दिनेश शर्मा, सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग में सात साल की बच्ची के पैर के सेकंड ऑपरेशन के दौरान लापरवाही का मामला सामने आया है। ऑपरेशन के बाद से बच्ची की दोनों आंखों की रोशनी चली गई है। अब डॉक्टर अपनी गलती को छिपाने के लिए उसे जबरन भोपाल ले जाने का दबाव बना रहे हैं।
जानकारी अनुसार, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में तीन महीने पहले सात वर्षीय बच्ची रिया पिता माखन लोधी निवासी बंडा एक एक्सीडेंट में घायल हो गई थी। डॉक्टरों द्वारा जांघ के बीच हड्डी का ऑपरेशन कर रॉड डाला गया था। करीब नौ दिन पहले डॉक्टरों ने फिर दोबारा उसका ऑपरेशन कर दिया। जबकि बच्ची को बुखार थी। यह बात रात में उसने स्टाफ को बताई थी, लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया।
परिजनों ने बताया कि बच्ची का नौ बजे से लेकर 11 बजे तक ऑपरेशन चला, लेकिन उसे ओटी से बाहर नहीं लाए। दोपहर बाद उसे सीधे पंलग में भर्ती कराया गया, लेकिन अब बच्ची की आंखों की रोशनी चली गई है। उसे दिखाने नहीं दे रहा है। अब डॉक्टर अपनी गलती को छिपाने के लिए उसे जबरन भोपाल ले जाने का दबाव बना रहे हैं।
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