लखनऊ। बुंदेलखंड क्षेत्र की संस्कृति एवं ऐतिहासिकता को संरक्षित करने के साथ ही प्रदेश की योगी सरकार इसे उद्योग और पर्यटन का हब बनाने में लगी है. बुंदेलखंड को लेकर जारी योजनाओं के पूरा होने पर हर क्षेत्र में नाम के अनुरूप इसकी तस्वीर भी बुलंद होगी. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के साथ ही इस क्षेत्र से हवाई सेवा, डिफेंस कारिडोर, रामायण सर्किट, मेडिकल कालेज, औद्योगिक क्लस्टरों का विकास इसका जरिया बनेगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड दौरे पर मंगलवार को ललितपुर में बंडई बांध परियोजना के लोकार्पण किया. समारोह में इस क्षेत्र के लिए अपने मास्टर प्लान की झलक दिखाई. उनकी चाहत विकास के माध्यम से बुंदेलखंड की ख्याति धरती का स्वर्ग जैसा करने की है. अपने संबोधन में उन्होंने इस बात को साझा भी किया. 2017 में मुख्यमंत्री बनने के साथ ही बुंदेलखंड को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने की दिशा में कदम बढ़ा दिया था. नतीजा, आज सबके सामने है.
रोड कनेक्टिविटी के साथ ही एयर कनेक्टिविटी पर खासा फोकस
सीएम योगी ने विकास के अपने मास्टर प्लान में रोड कनेक्टिविटी का ध्यान रखते हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू कराया. आधा काम हो चुका है और इस साल के अंत तक बुंदेली विकास इसी एक्सप्रेसवे पर सरपट भागता नजर आएगा. जिस बुंदेलखंड में एक्सप्रेसवे की ही बात कल्पना थी, वहां हवाई सेवा को भी पंख लगने जा रहे हैं. बुंदेली धरा की धर्मनगरी चित्रकूट के अलावा योगी सरकार ललितपुर, झांसी से भी फ्लाइट की सुविधा देने की घोषणा कर चुकी है. चित्रकूट का हवाईअड्डा तो खूबसूरती का मिसाल बनेगा.
डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर-एक्सप्रेसवे कारिडोर से रोजगार में होगी बढ़ोतरी
कारिडोर के लिए जिन छह जिलों को चुना गया उनमें से दो जिले झांसी और चित्रकूट बुंदेलखंड के हैं. अब तो योगी आदित्यनाथ की सरकार चार अन्य बुंदेली जिलों को भी इस कारिडोर का हिस्सा बनाने की कार्ययोजना पर आगे बढ़ रही है. लाकडाउन से पूर्व हुए डिफेंस एक्सपो में करीब दो दर्जन कम्पनियों ने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के साथ 50हजार करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए हैं. यह निवेश बुंदेलखंड को देश की सुरक्षा संसाधनों का केंद्र तो बनाएगा ही, बड़ी संख्या में रोजगार भी सुनिश्चित होगा. डिफेंस कारिडोर के अलावा सीएम योगी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के समानांतर इंडस्ट्रियल कारिडोर विकसित करने का निर्देश दे रखा है. इस पर भी कार्य प्रारंभ है और यह कारिडोर बुंदेलखंड को औद्योगिक विकास के पैमाने पर चमकाने की दिशा में मील का पत्थर बनेगा.
हर घर नल से जल दूर हुई पेयजल की किल्लत
बुंदेली लोगों की पेयजल की किल्लत को मूल से दूर करने के लिए जल जीवन मिशन के तहत योगी सरकार ने 30 जून 2020 को हर घर नल से जल की महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत बुंदेलखंड से ही की. शीघ्र ही गांव-गांव, घर-घर पाइप से जल पहुंचने लगेगा. वह भी फ्लोराइड और आर्सेनिक से मुक्त जल पहुंचेगा.
रामायण सर्किट से पुनर्स्थापित होगा चित्रकूट का गौरव
रामायण सर्किट के माध्यम से विकास कर इसके गौरव को पुनर्स्थापित कर चित्रकूट को पर्यटन के नक्शे पर निखारा जा रहा है. सीधी हवाई सेवा से यहां देश के साथ ही विदेश के सनातन आस्थावानों की आमद बढ़ने से पर्यटन विकास के माध्यम से रोजगार भी बढ़ेगा.
वहां चल रही विकास योजनाओं की प्रगति जानने, मौके पर जाकर उनकी प्रगति देखने और समीक्षा बैठक के जरिए जरूरी निर्देश देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिन के दौरे पर बुंदेलखंड में ही हैं.