मुंबई. पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ रुपए का घोटाला करने के मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ आखिरकार कार्रवाई शुरू कर दी गई है. महाराष्ट्र के रायगढ़ कलेक्ट्रेट ने आरोपी भगोड़ा हीरा कारोबारी के एक बंगले को ढहाना शुरू कर दिया.
रायगढ़ कलेक्ट्रेट ने नीरव मोदी के अलीबाग के किहिम स्थित भव्य बंगले को शुक्रवार की दोपहर गिराना शुरू कर दिया. सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से पड़ोस के रायगढ़ जिले में स्थित संपत्ति को राज्य सरकार को सौंपे जाने के बाद जिलाधिकारी विजय सूर्यवंशी ने इसे गिराने के आदेश दिए. पिछले साल राज्य सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर किहिम तट पर अवैध रूप से बने बंगले को गिराने की इजाजत मांगी थी. ईडी ने भगोड़े हीरा कारोबारी के इस बंगले को सील कर दिया था.
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में नाम सामने आने के बाद से फरार चल रहे नीरव मोदी का नाम उन 202 बंगलों के मालिकों में शामिल है, जिन्हें उनकी संपत्ति गिराए जाने की चेतावनी मिली है. रायगढ़ के कलेक्टर सूर्यवंशी ने बताया कि इस बंगले का निर्माण गैरकानूनी तरीके से हुआ है और इसमें पर्यावरण के तमाम नियमों की अनदेखी की गई है. उन्होंने कहा, “अलीबाग एवं मुराद तहसील में 202 अवैध बंगलों को गिराने की कार्रवाई हमने शुरू कर दी है.” आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने पिछले साल दिसंबर की शुरुआत में हाईकोर्ट में कहा था कि भगोड़ा कारोबारी नीरव मोदी ने अलीबाग में अवैध रूप से बंगला बना रखा है. सरकार ने कोर्ट को बताया था कि यह बंगला तटवर्ती क्षेत्र के नियमों का उल्लंघन कर बनाया गया है. इसलिए सरकार जल्द ही इस बंगले को ढहा देगी.
इससे पहले साल 2019 की शुरुआत में नीरव मोदी ने PNB घोटाले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत को जवाब भेजा था. इसमें नीरव मोदी ने दलील दी थी कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है. यह सिर्फ दो पक्षों के आपसी लेन-देन का मामला है, जिसे आसानी से सुलझाया जा सकता है. नीरव मोदी ने यह भी कहा था कि मामले को ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है. इसके अलावा भारत लौटने को लेकर भी भगोड़े कारोबारी ने कोर्ट के सामने अपनी बात रखी थी. उसने कहा था कि वह सुरक्षा कारणों से भारत नहीं आ सकता.