संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। मुंगेली जिले के लोरमी इलाके के डिंडौरी गांव में रहने वाले संजय रानू केशरवानी और उनकी पत्नी रानू केशरवानी द्वारा जनप्रतिनिधि होने की आड़ में दर्जनभर से अधिक महिलाओं से लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है.

दरअसल, खुड़िया की रहने वाली 36 वर्षीय चित्ररेखा ध्रुवे ने अपने ही क्षेत्र के भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य डिंडौरी निवासी रानू केशरवानी और उनके पति संजय के द्वारा डेढ़ वर्ष पहले दोना पत्तल का काम दिलवाने की बात कह कर उक्त महिला का आधार कार्ड राशन कार्ड परिचय पत्र और फोटो को मांग लिया. इस दौरान उन्होंने एलएनटी बैंक लोरमी में ले जाकर अंगूठा लगवा कर पीड़िता के खाते से 48 हजार को अपने खाते में ट्रांसफर कर धोखाधड़ी किया है. इस बीच खुड़िया गांव के ही अन्य महिलाओं को काम दिलवाने का झांसा देकर धोखाधड़ी किया है जिसके शिकायत पर रानू उर्फ किरण केशरवानी और उनके पति संजय केशरवानी के द्वारा धोखाधड़ी कर पैसा ट्रांसफर करवाकर अपने पास रख लेने के संबंध में खुड़िया गांव की 36 वर्षीय चित्ररेखा ध्रुवे ने लोरमी थाने में शिकायत दर्ज कराया है.

क्षेत्र के ग्रामीण महिलाओं को बनाया शिकार

पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम डिंडौरी की पूर्व जिला पंचायत सदस्य रानू करीब डेढ़ साल पहले अपने पति संजय केशरवानी के साथ उनके घर आई थीं. दोनों पति-पत्नी ने दावा किया कि वे उन्हें दोना-पत्तल बनाने का काम दिलाएंगे, जिससे उन्हें बाहर कमाने के लिए नहीं जाना पड़ेगा. इस बहाने उन्होंने आधार कार्ड, राशन कार्ड, परिचय पत्र और फोटो ले लिए. इसके बाद उन्होंने लोरमी स्थित एलएनटी बैंक में जाकर फॉर्म भरकर दस्तावेज जमा किए और खाते में पैसा आने की बात कहकर अगले दिन नवरंगपुर कियोस्क सेंटर में पीड़िता से अंगूठा लगवा कर 48 हजार रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए.

इस दौरान आरोपी पति-पत्नी ने पीड़िता से कहा कि जरूरत पड़ने पर वे ब्याज सहित इससे अधिक रकम वापस कर देंगे. इस झांसे में आकर गांव के ही आशा, अनुसुइया, हेमा सहित अन्य महिलाओं के साथ भी रानू और संजय केशरवानी के द्वारा धोखाधड़ी की गई है. वहीं शिकायत जांच पर लोरमी थाने में धोखाधड़ी करने वाले जन प्रतिनिधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है.

इस पूरे मामले में SDOP माधुरी धिरही ने बताया कि खुड़िया निवासी शिकायतकर्ता चित्रलेखा ध्रुवे ने लिखित आवेदन दिया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि राजू केशरवानी और संजय केशरवानी ने लोरमी स्थित L.N.T. बैंक में जाकर शिकायतकर्ता के दस्तावेज का इस्तेमाल किया और उनके अकाउंट से लोन की राशि निकालकर अपने खाते में ट्रांसफर कर ली. शिकायतकर्ता को यह कहा गया था कि लोन न निकालने के बदले उन्हें तेंदूपत्ता या अन्य काम दिलवाकर लाभ पहुंचाया जाएगा. इसी प्रकार उन्होंने कई अन्य महिलाओं के साथ भी ऐसा ही किया है. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है. धोखाधड़ी करने वाले आरोपी पति-पत्नी के खिलाफ धारा 420 और अन्य संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है. साथ ही आरोपी पति-पत्नी की पतासाजी की जा रही है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.