संदीप अखिल, रायपुर। “जीवन में सफलता उसी की होती है, जो मेहनत और ईमानदारी को अपना धर्म मान ले।” न्यूज़ 24 MP-CG में 14 नवंबर को प्रसारित होने वाले साक्षात्कार में आरती ग्रुप के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (CMD) राजीव अग्रवाल ने सलाहकार सम्पादक संदीप अखिल से बातचीत के दौरान अपने जीवन के प्रेरक अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे विश्वास, पारदर्शिता और ग्राहक संतुष्टि उनके व्यवसाय की असली ताकत रही है।
राजीव अग्रवाल ने कहा— “रियल एस्टेट कारोबार में सबसे बड़ा पूंजी ग्राहक का विश्वास है। जब ग्राहक को कागजी दस्तावेज़ों और निर्माण की गुणवत्ता पर भरोसा होता है, तभी वह किसी प्रोजेक्ट का हिस्सा बनता है। मेरे लिए ग्राहक भगवान हैं और मेरा काम ही मेरी पूजा है।” यही सोच उन्हें छत्तीसगढ़ के रियल एस्टेट जगत का सबसे भरोसेमंद चेहरा बनाती है।
परिवार से मिली प्रेरणा और शक्ति राजीव अग्रवाल अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं। वे बताते हैं कि कठिन समय में उनकी पत्नी ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया और सकारात्मक सोच दी। वे कहते हैं— “हर सफल पुरुष के पीछे एक स्त्री की प्रेरणा होती है।” उनकी तीन बेटियाँ विवाहोपरांत अपने परिवार में खुशहाल जीवन जी रही हैं, जबकि पुत्र ऋभुराज अग्रवाल अब व्यवसाय की बागडोर सँभाल रहे हैं। राजीव अग्रवाल के अनुसार ऋभुराज की समझदारी और कार्यकुशलता ही उनका भविष्य है। दिलचस्प बात यह है कि कंपनी का नाम “आरती ग्रुप” उनकी बिटिया आरती के नाम पर रखा गया था।

रायपुर में अपार्टमेंट कल्चर की शुरुआत
राजीव अग्रवाल को गर्व है कि रायपुर में अपार्टमेंट संस्कृति की नींव आरती बिल्डकॉन ने रखी। वर्ष 1991 में उन्होंने पाँच साथियों के साथ रियल एस्टेट कारोबार शुरू किया। इसके बाद अशोका वाटिका, अशोका विहार, अशोका टावर, अशोका पार्क, अशोका हाईट्स, अशोका मिलेनियम, अशोका आइकॉन, अशोका इम्प्रेशन, अशोका रत्न, और अशोका पाम मेडोज जैसे कई ऐतिहासिक प्रोजेक्ट सामने आए।
इन सभी प्रोजेक्ट्स का नाम “अशोका” रखने के पीछे एक सुंदर विचार है। राजीव अग्रवाल ने बताया— “रामायण के अशोका वाटिका से प्रभावित होकर मैंने अपने सभी प्रोजेक्ट्स को अशोका नाम दिया ताकि लोगों के जीवन से ‘शोक’ दूर हो और चारों ओर सुख-समृद्धि का माहौल बने।”
ग्राहकों की आवश्यकताओं को रखते हैं सर्वोपरि
आरती बिल्डकॉन ने हर प्रोजेक्ट में ग्राहक की सुविधा और संतुष्टि को प्राथमिकता दी है। किचन और वॉशरूम के डिज़ाइन से लेकर वास्तु अनुरूप निर्माण तक, हर पहलू में सूक्ष्म ध्यान रखा गया। प्रत्येक प्रोजेक्ट में सड़क, बिजली, पानी की 24 घंटे उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। स्कूल, अस्पताल, मार्केट और मॉल जैसी सुविधाएँ भी पास में रखी गईं, ताकि ग्राहकों को सुविधा मिले। आधुनिक जीवनशैली को ध्यान में रखते हुए क्लब हाउस, जिम, स्विमिंग पूल, मंदिर और कम्युनिटी हॉल जैसी सुविधाएँ दी गईं। राजीव अग्रवाल ने बताया कि उनके लिए क्वालिटी से कोई समझौता नहीं सबसे बड़ा सिद्धांत है। उन्होंने गर्व से बताया— “हमारे प्रोजेक्ट अशोका रत्न के 100 फ्लैट सिर्फ 15 दिनों में बिक गए थे, यह ग्राहकों के भरोसे का परिणाम है।”

चुनौतियों के बीच सफलता
अपने साक्षात्कार में राजीव अग्रवाल ने शुरुआती संघर्षों को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि 1990 के दशक में जब उन्होंने काम शुरू किया, तब ज़मीन और निर्माण सामग्री सस्ती थी, लेकिन 2001 में राज्य गठन के बाद कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई। फिर भी उन्होंने सरकार की उस नीति का पालन किया, जिसमें 15% ज़मीन EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) के लिए आरक्षित रखने का नियम था।
उन्होंने कहा— “रोटी, कपड़ा और मकान हर इंसान की बुनियादी ज़रूरत है, और हम इस सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साल 2004 में उन्होंने रियल एस्टेट से आगे बढ़कर आरती स्पॉन्ज एंड पावर लिमिटेड की स्थापना की और स्टील इंडस्ट्री में भी मजबूत उपस्थिति दर्ज की।
भविष्य की दिशा – राज्य से बाहर विस्तार
राजीव अग्रवाल अब आरती ग्रुप को छत्तीसगढ़ से बाहर ले जाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। वे कहते हैं— “समय के साथ बदलना ही हमारी ऊर्जा का स्रोत है। पाँच साल बाद भी आप मुझमें वही सकारात्मक ऊर्जा पाएँगे, क्योंकि पॉजिटिविटी ही जीवन को दिशा देती है। उनकी कंपनी अब एथेनॉल प्लांट की दिशा में आगे बढ़ रही है, जो आने वाले समय में हरित ऊर्जा की बड़ी ज़रूरत को पूरा करेगा।
समाज और विश्वास के प्रतीक
राजीव अग्रवाल और उनकी टीम ने केवल मकान नहीं बनाए, बल्कि लोगों के सपनों का घर साकार किया है। उनका विश्वास है— “व्यापार में ईमानदारी और पारदर्शिता सबसे बड़ा पूँजी है। ग्राहक ही असली मालिक है, और उनकी खुशी ही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।”
उनका यह सफर यह संदेश देता है कि जब सफलता की नींव विश्वास, निष्ठा और पारदर्शिता पर रखी जाती है, तब समाज में न केवल आर्थिक, बल्कि नैतिक समृद्धि भी आती है। राजीव अग्रवाल की यह प्रेरक कथा हर उस युवा के लिए संदेश है जो सपनों को साकार करने की राह पर निकल पड़ा है— “अगर दिल में ईमानदारी और कर्म में निष्ठा हो, तो हर सपना साकार होता है।”

