Business Tips: ये सभी जानते हैं कि नौकरी से ज्यादा पैसा और फायदा बिजनेस में होता है. ऐसे में हम आपको सदाबहार Business के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हमेशा डिमांड में रहता है. आज के समय में छोटे बच्चे हो या फिर बड़े सभी लोगों को चिप्स खाना बेहद पसंद होता है. अगर हम आलू के चिप्स की मांग की बात करें, तो फिर यह एवर ग्रीन हो गई है. बाजार में इन चिप्स की मांग काफी अधिक है. आपको मार्केट में चिप्स के पैकेट 5 से लेकर 100 रुपये तक मिल जाते है. अगर आप चिप्स का बिजनेस को शुरू करते है, तो फिर आप चिप्स मेकिंग बिजनेस की मदद से एक बेहतर कमाई कर सकते है. बात आलू के चिप्स की हो रही है, तो ये बिजनसे 30 हजार में शुरू कर बंपर कमाई कर सकते हैं.

आलू की चिप्स का Business

चिप्स के बाजार में छोटे हो या फिर बड़े सभी तरह के प्लेयर्स काम कर रहे है. लेकिन चिप्स की जो डिमांड है. यह दिन व दिन बढ़ते ही जा रही है और इसकी डिमांड उतनी पूरी नहीं हो पा रही है. ऐसे में अगर आप इस बिजनेस को शुरू करते है, तो फिर आप एक बेहतर कमाई कर सकते है. अगर आप इस बिजनेस को शुरू करते हैं, तो फिर आपको क्वॉलिटी का बहुत अधिक ध्यान रखना होगा. आलू के चिप्स का पैकेट 5 रुपये से शुरू होकर 20-100 रुपये तक में बिकता है.

पैकेट में चिप्स की मात्रा कम ही होती है, इस Business में उतरकर और खास स्वाद देने के साथ अच्छा प्रमोशन करके पोटैटो चिप्स के जरिए मोटी कमाई की जा सकती है. क्योंकि आलू चिप्स का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है, जिसे कम लागत में शुरू कर सकते हैं. आलू हर सीजन में पैदा होता है इसलिए बिजनेस में कभी कच्चे माल की कमी नहीं होगी. ऐसे में आपको बताते हैं आखिर कैसे कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

इतनी आएगी शुरुआती लागत

आलू की चिप्स का कारोबार शुरू करने के लिए लागत की बात करें तो महज 30 हजार में बिजनेस कर सकते हैं. अगर आपका घर बड़ा है तो इस बिजनेस को घर से ही शुरू कर सकते हैं. इसके अलावा आपको पैकिंग करने के लिए भी एक मशीन की आवश्यकता होगी. अगर आप बिना मशीन के बिजनेस को शुरू करते हैं, तो फिर आप 30 हजार रुपये से कम में भी इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं. अगर आप दोनों मशीन को खरीदते हैं, तो फिर आप की लागत बढ़ जाती हैं और बिना मशीन के भी आप कम लागत में इस बिजनेस को बेहद आसानी से शुरू कर सकते है.

लाइसेंस जरूरी

खाद्य पदार्थ होने के चलते प्रोडक्ट को बाजार में उतारने से पहले बिजनेस का रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत होगी. कारोबार का रजिस्ट्रेशन के बाद ट्रेड लाइसेंस लेना होगा फिर अपने ब्रांड या कंपनी के नाम से बैंक अकाउंट और पैन कार्ड बनवाना होगा सबसे अहम तैयार चिप्स की टेस्टिंग मानी जाती है. खाद्य विभाग में प्रोडक्स का परीक्षण कराने के बाद लाइसेंस ले सकते हैं.