अखिलेश जायसवाल,रायपुर. कहते है मां तो आखिर मां होती है. चाहे वो इसांनों की हो या फिर जानवरों की. ठीक इसी तरह आपने मां का अपने बच्चे के प्रति प्यार देखा होगा. अब आपको मैं एक ऐसी दर्दभरी दस्तां बताने जा रहा हूं. जिसे पढ़कर और जानकर आपकी रूह कांप उठेगी. मां की तरह ही एक भाई भी अपने उस मृत अवस्था में पड़े भाई को जगाने की कोशिश कर रहा है, जिसे किसी वाहन ने कुचल दिया है. और एक आस लगाए अपने भाई से लिपटकर उसे उठाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अफसोस की उसका भाई अब कभी उठ नहीं सकेगा. दरअसल मैं बात कर रहा हूं एक कुत्ते के बच्चे के बारे में. जो अब मौत की आगोश में समा गया है. जिसे उसका भाई उठाने की जद्दोजहद में लगा है.

lalluram.com

इस कुत्ते की बच्चे की मौत के बाद तो सनसनी नहीं फैल सकती, लेकिन हां उस मां और भाई पर जो गुजर रही होगी उसे वो किसी से बयां भी नहीं सकते. दरअसल मैं बात कर रहा हूं छत्तीसगढ़ की राजधानी की. जहां एक रिहायशी इलाका पड़ता शंकर नगर. वही एक बड़ा सा ग्राऊंड है जिसे बीटीआई ग्राऊंड के नाम से जानते हैं. इस समय ग्राऊंड में स्वराज एक्सप्रेस और लल्लूराम डॉट कॉम के इवेंट का कार्यक्रम चल रहा है. उसी कार्यक्रम में शामिल होने मैं अपने करीबी दोस्तों के साथ जा रहा था. तभी गाड़ी पार्क करते समय मेरी नजर एक कुत्ते की बच्चे पर पड़ी. जिसे एक दूसरा बच्चा अपने पंजे से सहला रहा था. उसे जगाने और उठाने की कोशिश कर रहा था. लेकिन वह उठ नहीं रहा था.

lalluram.com

मैंने सोचा थोड़ा करीब से जाकर देखा जाए. मैं उस के करीब जाकर देखा तो कुछ देर के लिए मैं स्तब्ध रह गया. कुत्ते के बच्चे के मुंह से खून निकला हुआ था. वह मर चुका था. इस हृदयविदारक घटना के बाद दूसरा बच्चा उससे कुछ दूर जाता और दोबारा अपने भाई के पास आकार लिपट जाता. उसकी आंख नम दिख रही थी. वह बोलना बहुत कुछ चाहता था, लेकिन कुछ बोल नहीं पा रहा था. क्योंकि वह बेजुबान है. वह बस उससे लिपट कर बैठ जाता और फिर उठ खड़ा होता. वो भी दूसरे बच्चों की तरह अपने भाई के साथ खेलना चाहता था. उसके साथ दौड़ना चाहता था. लेकिन किसी ने उसकी सांसे ही छींन ली. वहीं दूसरी ओर उसकी मां इधर से उधर भटक रही थी. जैसा की उसे कुछ समझ ही नहीं आ रहा हो.

ये जो आप तस्वीर देख हैं वो रात करीब 10 बजे की है. जिसे मैंने अपने फोन के कैमरे में कैद कर लिया. इस दृश्य को देखकर मैं भी अत्यंत दुखी था. इस दृश्य को देखकर मेरे पास कहने को कुछ शब्द ही नहीं है. मैं निःशब्द हूं. हालांकि आप सभी से एक दरख्वास जरुर करूंगा की आप ऐसे बेजूबानों को अपने वाहन के नीचे न कुचले जरा संभलकर अपना कार, बाइक, ट्रक या फिर अन्य वाहन को चलाएं. आपके सुरक्षित वाहन चलाने से किसी बेजुबान की जान बच सकती है और खुद की भी.