हरिओम, मस्तूरी. सरकार शिक्षा के गिरते स्तर को उठाने के लिए कई कदम उठाये हैं. जिले के आला अधिकारी उसे जमीनी स्तर पर लागू करने का दावा भी कर रहे हैं. लेकिन धरातल पर अधिकारियों द्वारा केवल औपचारिकता ही निभाई जा रही है. ऐसे ही शिक्षा की बदहाली मस्तूरी विकासखंड में देखने को मिला है. यहां के बीइओ स्कूलों के निरीक्षण में जाते हैं तो उस क्षेत्र के संकुल समन्वयक को पूछता भी नहीं है. अपने साथ दूसरे सेक्टर के संकुल समन्वयक को ले जाते हैं. इससे उस क्षेत्र की समस्या के बारे में सही जानकारी नहीं मिलती.
बता दें कि संकुल समन्वयकों का मुख्य कार्य है कि निरीक्षण या अवलोकन कागजों में न कर वास्तविक रूप से किया जाए. प्रत्येक संकुल समन्वयक प्रतिदिन कम से कम तीन स्कूलों का निरीक्षण कर शिक्षण विधि व गुणवत्ता को परख कर प्रतिवेदन अधिकारियों तक भेजी जाए. स्कूल लगने एवं छूटने के समय को निश्चित रूप से देखा जाए, लेकिन क्षेत्र में इस तरह की मॉनिटरिंग का अता पता नहीं है.
जब संकुल समन्वयक खुद रहते हैं गायब, दूसरे का क्या करेंगे निरीक्षण
शैक्षणिक समन्वयक को स्कूलों की व्यवस्था देखकर अधिकारी को रिपोर्ट सौंपने सहित कई जिम्मेदारी दी गई हैं. स्कूलों में शिक्षक आये की नहीं, मध्यान्ह भोजन का संचालन हो रहा है या नहीं, समय से स्कूलों के पट खुलते हैं या नहीं सहित सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक ढंग से हो रहा है या नहीं ऐसे कई बिंदुओं पर समन्वयक को जानकारी देनी होती है.
उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजना होता है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर जो संकुल समन्वयक खुद अपने संकुलों से अनाधिकृत रूप से गायब रहते हो, वह दूसरे संकुलों का निरीक्षण कितनी मुस्तैदी से करते होंगे. इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है.
कार्रवाई नहीं की गई
शनिवार को जब मस्तूरी बीइओ ने धुर्वाकारी संकुल के कटहा स्कूल का दौरा किया था. उस समय कुछ शिक्षक नदारत मिले तो कुछ सीएल में थे लेकिन सीएल संकुल प्रभारी निर्मल भारद्वाज एवं शैक्षणिक समन्वयक रामसागर कश्यप को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी. बुधवार को भी मस्तूरी विकासखण्ड के सीपत संकुल के स्कूल कौवाताल, बरेली किसान परसदा में स्कूलों का निरीक्षण करने गया था. जहाँ पर भी दूसरे संकुल का शैक्षणिक समन्यवक को लेकर पहुंचे थे.
मुझे किसी को भी ले जाने का अधिकार
इधर, मस्तूरी बीइओ अश्विनी भारद्वाज का कहना है कि स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए दूसरे संकुल के समन्वयक को घुमाया जा रहा हैं. मेरे आने के बाद मुझे क्षेत्र की पूरी जानकारी नहीं है, इसलिए मैं अपने साथ दूसरे केंद्र के शैक्षणिक समन्वयक को लेकर जा रहा हूं. उस क्षेत्र का समन्वयक दुसरे कार्यों में था. मेरे द्वारा किसी को भी ले जाया जा सकता हैं.