रायपुर। प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी डॉ. बी. आर. अम्बेडकर अस्पताल के अंतर्गत संचालित एडवांस कार्डियेक इंस्टिट्यूट (एसीआई) में पिछले 50 दिनों से चिकित्सा सामग्रियों की कमी के कारण बायपास और ओपन हार्ट सर्जरी पूरी तरह ठप हैं. इस वजह से हार्ट के मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ रही है. अस्पताल प्रशासन ने सामग्रियों की खरीद के लिए नए टेंडर की अनुमति मांगी है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है.

एसीआई, जो कभी सर्जरी के क्षेत्र में कई रिकॉर्ड बना चुका था, अब सुविधाओं और संसाधनों की कमी से जूझ रहा है. न तो यहां पर्याप्त विशेषज्ञ डॉक्टर और स्टाफ हैं, न ही आवश्यक चिकित्सा उपकरण. वॉल्व, आर्टिफिशियल ग्राफ, हार्ट-लंग मशीन जैसी जरूरी सामग्रियां खत्म हो चुकी हैं, और खरीद प्रक्रिया में देरी के कारण सर्जरी बंद पड़ी हैं. प्रशासन की उदासीनता और सुस्त कार्यप्रणाली के चलते मरीजों को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है.

वेंडर ने पुरानी दरों पर सामग्री देने से किया इनकार 

अस्पताल प्रशासन ने चिकित्सा सामग्रियों की खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया की अनुमति हेतु प्रस्ताव भेजा है, लेकिन अनुमति में देरी हो रही है. पुराने टेंडर की दरों पर वेंडर सामग्री देने को तैयार नहीं हैं, और नया टेंडर बिना अनुमति के नहीं निकाला जा सकता. इस कारण मरीजों की परेशानी बढ़ती जा रही है.

नया ऑपरेशन थियेटर तीन साल से अधूरा 

एसीआई में बच्चों की हार्ट सर्जरी और हार्ट ट्रांसप्लांट शुरू करने के लिए बनाया जा रहा नया ऑपरेशन थियेटर भी तीन साल बाद भी अधूरा है. पीडब्ल्यूडी ने सिविल कार्य तो पूरा कर लिया, लेकिन सीजीएमएससी द्वारा किए जाने वाले शेष कार्य लंबित हैं. एसीआई प्रबंधन ने कई बार आग्रह किया, लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई. इस देरी के कारण बच्चों की हार्ट सर्जरी और हार्ट ट्रांसप्लांट जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं शुरू नहीं हो पा रही हैं.