रायपुर. मंगलवार को CGST कार्यालय टिकरापारा रायपुर में, गुरुग्राम में हुए अपने CA प्रोफेशनल साथी के साथ दुर्व्यवहार के खिलाफ रायपुर के 200 से ज्यादा CA ने शांतिपूर्वक ढंग से अपना विरोध प्रदर्शन कर प्रधान आयुक्त बी.बी. महापत्रा को ज्ञापन सौंपा.
इस विरोध प्रदर्शन में रायपुर CA एसोसिएशन के अध्यक्ष अमिताभ दुबे ने पूरे छत्तीसगढ़ के 3 हजार CA की तरफ से कहा कि गुरुग्राम में CA प्रोफेशन साथी के साथ बिना पूर्ण जांच किए जो कार्रवाई की गई है, हम उसका विरोध करते हैं. CA प्रोफेशन में काम कर रहे लोगों को प्रथम दृष्टया दोषी मान लेना उचित नहीं है. हम किसी गलत काम का समर्थन नहीं कर रहे हैं. लेकिन CA का कार्य करते हुए कुछ प्रोफेशनल गलतियां हो तो उसके लिए अलग से अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन उसे सीधे तौर पर अपराधी मानना उचित नहीं है. इस प्रकार की कार्रवाई से पूरे CA प्रोफेशन में निराशा का माहौल है.
इस प्रदर्शन में रायपुर ब्रांच के कई पूर्व अध्यक्ष और CIRC के वाईस चेयरमैन CA किशोर बरडिया भी मौजूद थे. उन्होंने भी अपना समर्थन इस प्रदर्शन के लिए दिया और एक लिखित ज्ञापन प्रधान आयुक्त बी.बी. महापात्रा को दिया.
चार्टर्ड अकाउंटेंट्स में रोष
दरअसल, गुरुग्राम में एक करदाता ने 15 करोड़ का रिफंड लिया था. जिसे बोगस रिफंड बताया गया. इस मामले में विभाग ने जीएसटी करदाता के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि रिफंड लेने वाले को नहीं पकड़ा. इस गिरफ्तारी से पूरे देश के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स में रोष है. उन्होंने कहा कि इस केस में विभाग ने रिफंड लेने वाले और रिफंड जारी करने वाले पर कोई काईवाई नहीं की. गिरफ्तारी से पहले सभी नियमों का पालन नहीं किया गया. सीए पूरे दस्तावेज के आधार पर सर्टिफिकेट जारी करते हैं और यदि इस काम के लिए उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकेगी तो वे अपना काम कैसे करेंगे. यदि किसी की गबन या भ्रष्टाचार में मिलीभगत है तो उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. लेकिन मात्र सर्टिफिकेट जारी करने के लिए किसी सीए पर आरोप लगाना उचित नहीं है.
ज्ञापन में हमने मांग की है कि पहली कार्रवाई किसी भी एसेसी (क्लाइंट) के खिलाफ की जानी चाहिए क्योंकि क्लाइंट ही व्यवसाय का मालिक होता है, CA का काम क्लाइंट द्वारा उपलब्ध कराए गए, दस्तावेज पर निर्भर करता है, जैसे दस्तावेज उसके (CA) सामने समक्ष रखे जाएंगे वो उसी के हिसाब से काम करेगा, दस्तावेज उपलब्ध करवाना क्लाइंट का काम होता है और CA अपने सर्टिफिकेट में इसका जिक्र भी करता है.
समिति के गठन का अनुरोध
सभी सदस्यों के विचार सुनने के बाद प्रधान आयुक्त ने ये आश्वासन दिया कि रायपुर में कभी भी पहले इस प्रकार की घटनाएं नहीं हुई है और रायपुर में हमेशा GST विभाग और CA प्रोफेशनल हमेशा साथ मिलकर काम किए हैं. ऐसे ही हम आगे भी जारी रखेंगे और उन्होंने ये आश्वासन दिया है कि हमारी इस चर्चा को भोपाल में अपने उच्च अधिकारी के समक्ष रखेंगे. अंत में उपाध्यक्ष रवि ग्वालानी ने प्रधान आयुक्त को अनुरोध किया कि भविष्य में रायपुर में ऐसी घटनाओ को रोकने के लिए एक समिति का गठन किया जाए. जिसमें शहर के वरिष्ठ CA और विभाग के अधिकारी सदस्य रहें. जिससे भविष्य में आने वाली तकलीफों को कॉर्डिनेशन कमेटी पहले सुने ताकि प्रोफेशनल लोग अपनी बात विभाग के सामने ठीक तरह से रख सकें और जानकारी का आदान प्रदान अच्छे से हो सके. प्रधान आयुक्त ने इस पर विचार करने की बात कही.
इस दौरान मुख्य रूप से धवल शाह, रवि जैन, गोपाल अग्रवाल, रश्मि भांगला, विकास गोलछा, बंकिम शुक्ला, सुरेश अग्रवाल, शशिकांत चंद्राकर, अंकुश गोलछा, डिंपल वारल्याणी, सौरभ सोनी, गुलाब केडिया, राजेश राठी, संजय बिलथरे, चेतन तारवानी, प्रदीप पाल भिलाई, राहुल बत्रा भिलाई, मुकेश मोटवानी, अटल हंसपाल, अमित शर्मा, विक्रम तालरेजा, मधुसूदन सवाडिया, आदि उपस्थित थे.
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