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रायपुर. कैग की रिपोर्ट सदन में पेश होने के बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने एसआईटी जांच का एलान कर दिया. इसे भाजपा विधाय़कों ने सदन की अवमानना बताते हुए स्थगन पर चर्चा कराने की मांग की.
कैग रिपोर्ट पेश होने के साथ सीधे एसआईटी जांच किए जाने पर भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सदन की शुरुआत है. यदि आज सरकार के ऐसे कृत्यों से नहीं रोका गया तो यह भविष्य के लिए उचित नहीं है. भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि कैग की रिपोर्ट सीधे किसी एजेंसी को जांच के लिए दी गई है. जबकि विधानसभा चल रही है. लोक लेखा समिति से बड़ी कोई जांच एजेंसी प्रदेश में नहीं है. इस पर आसंदी ने कहा यह मामला मेरे विचाराधीन है.
गौरतलब है कि कैग ने पीडब्ल्यूडी की निविदाओं के नाम पर साढ़े चार हजार करोड़ रूपए के घाटाले का खुलासा किया था, जिस पर भूपेश बघेल सरकार ने ईओडब्ल्यू को जांच का जिम्मा सौंपा था. जिसके बाद ईओडब्ल्यू ने छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी (चिप्स) और पीडब्ल्यूडी के दफ्तर में छापा मारकर दस्तावेजों को जब्त किया था. घोटाले की जांच का जिम्मा ईओडब्ल्यू के आईजी एसआरपी कल्लूरी को दिया गया है. राज्य शासन ने 23 जनवरी को जारी आदेश में तीन महीने में जांच पूरी कर रिपोर्ट पेश करने कहा था.
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