कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में कैग की टीम (भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक) ने स्वास्थ्य विभाग में दबिश दी है। कैग की 4 सदस्यीय टीम ने जानकारी जुटाई है। आय व्यय संबंधी तमाम दस्तावेज की जांच पड़ताल की है।

जिले के प्रत्येक अस्पताल को मिले बजट और खर्च जैसे बिंदुओं की जानकारी जुटाई है। पिछले 4 दिनों से स्वास्थ्य विभाग का खाता खंगाला जा रहा है। दिल्ली और ग्वालियर की टीम पहुंची थी।

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भारत में सरकारी खातों (राज्य सरकारों के खातों सहित) का ऑडिट भारत के CAG को सौंपा गया है, जो संघ या राज्य सरकारों की संचित निधि से सभी व्यय का ऑडिट करने के लिए अधिकृत है, चाहे वह भारत के भीतर हो या बाहर, सभी राजस्व में संघ और राज्यों की संचित निधि और लोक लेखा और आकस्मिक निधि से संबंधित सभी लेन-देन। विशेष रूप से, लेखापरीक्षा में शामिल हैं। इसके अलावा, कैग सरकार के विभिन्न कार्यों और विभागों के प्रदर्शन और अनुपालन लेखापरीक्षा भी करता है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया कि CAG जनरल सरकार के साथ राजस्व-हिस्सेदारी सौदों में निजी फर्मों का ऑडिट कर सकता है।

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