रायपुर. भले ही शिक्षा जगत का भविष्य कम्प्यूटर टेक्नोलॉजी पर ट्रांसफर हो जाये, लेकिन सुंदर हैंडराइटिंग का महत्व कम नहीं होने वाला. आखिर कंप्यूटर पर लिखने में भी तो हम अपने पसंद के फॉण्ट प्रयोग करते हैं. इसी क्रिएटिविटी से आप इस क्षेत्र में अपना कॅरियर बना सकते हैं.

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कैलीग्राफी क्या है?
कैलीग्राफी बहुत पुरानी लेखन प्रक्रिया है, जिसे भारत में मुगलों ने लाया था. मुगलों के सभी आत्मकथाओं को विशेष कलाकारों द्वारा कैलीग्राफी में ही लिखा गया था. आज भी इस लेखन कला का प्रयोग कई क्षेत्रों में किया जाता है और इसे कोई भी आसानी से सीख सकता है. कैलीग्राफी एक लेखन कला है, जिसमें शब्द को सुंदर और विविध प्रकार से लिखा जाता है. कैलीग्राफी लिखने के लिए एक विशेष प्रकार की कलम का उपयोग किया जाता है या एक तिरछी ब्रश का भी उपयोग किया जाता है. इससे अपनी लिखावट को सुंदर और आकर्षक बनाया जा सकता है.

कैलीग्राफी कौन बन सकता है?
कैलीग्राफर बनने के लिए किसी खास डिग्री या डिप्लोमा की जरूरत नहीं होती है. आर्टिस्टिक इमेजिनेशन स्किल और काम में गहरी रुचि के आधार पर कोई भी शख्स इस सेक्टर में तरक्की कर सकता है. कैलीग्राफी के मान्यता प्राप्त कोर्स देश की किसी भी यूनिवर्सिटी में उपलब्ध नहीं हैं. हालांकि कई प्राइवेट इंस्टीट्यूट शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म कोर्स ऑफर करते हैं. आमतौर पर कोर्स की अवधि कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीनों तक होती है. करियर में आगे बढऩे के लिए उम्मीदवार फाइन आर्ट कोर्स कर सकते हैं. इसमें कैलीग्राफी से जुड़ी बातें सिखाई जाती है. प्राचीन लिपियों और वर्णमाला की जानकारी हासिल करने लिए विज़ुअल आर्ट या इतिहास में डिग्री ली जा सकती है.

कैलीग्राफी में करियर स्कोप
इस क्षेत्र में काम की कोई कमी नहीं है. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद कई उम्मीदवार सेल्फ-एम्प्लॉयड या बतौर फ्रीलांसर काम करना पसंद करते हैं. आजकल बहुत से लोग इनविटेशन कार्ड, प्रजेंटेशन, मेमोरियल डाक्यूमेंट्स, सर्टिफिकेट, बिजऩेस कार्ड, बुक कवर, कंपनी लोगो, खास डाक्यूमेंट्स सहित ग्राफिक डिजाइन तैयार करने के लिए कैलीग्राफर हायर करते हैं.

इसके अलावा सिरेमिक और मार्बल पर शब्दों को उकेरने के लिए भी कैलीग्राफी प्रोफेशनल से संपर्क किया जाता है. इतना ही नहीं प्रॉप्स और जादुई छवि क्रिएट करने के फिल्म और टेलीविजन कंपनियां इनकी सेवाएं लेते हैं. कैलीग्राफर चाहें तो अपना इंस्टीट्यूट चला सकते हैं या किसी संस्था जुड़कर टीचिंग कर सकते हैं.

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