स्पोर्ट्स डेस्क. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सात से 11 जून तक खेले जाने वाली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल की उलटी गिनती शुरू हो गई है. द ओवल मैदान पर खेले जाने वाले इस मैच के शुरू होने में 48 घंटे से भी कम समय बचा है और दोनों टीमों ने इसके लिए कमर कस चुकी है. भारत लगातार दूसरी बार डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंची है जबकि ऑस्ट्रेलिया पहली बार में ही खिताब जीतने की कोशिश करेगी. इस बीच ऑस्ट्रेलिया के उभरते हुए ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन ने भारत के खिलाफ बल्लेबाजी की अपनी रणनीति को स्पष्ट कर दिया है. वह आईपीएल की अपनी प्रभावशाली फॉर्म को डब्ल्यूटीसी के फाइनल में दोहराना चाहते हैं.

ग्रीन का मानना है कि टी20 से पारंपरिक प्रारूप में बदलाव के बावजूद उन्हें अपने आक्रामक खेल में लगाम लगाने की जरूरत नहीं है. इस वर्ष के आईपीएल में ग्रीन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 16 पारियों में 160 के स्ट्राइक रेट से 452 रन बनाए जिसमें 47 गेंद में जड़ा शतक भी शामिल है. उनके शतक की बदौलत मुंबई इंडियन्स ने प्लेऑफ में जगह बनाई. बुधवार से द ओवल में शुरू हो रहे डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले ग्रीन ने कहा कि इंग्लैंड की टीम अभी काफी आक्रामक क्रिकेट खेल रही है, इसलिए शायद आपको अपने खेल में अधिक बदलाव करने की जरूरत नहीं है.

इस हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा कि पिछले वर्ष पारी की शुरुआत में मैंने रन बनाने की कोशिश करने की जगह संभवत: थोड़ा अधिक रक्षात्मक होकर खेलने का प्रयास किया. आप अच्छी गेंद के खिलाफ रक्षात्मक रुख अपना सकते हैं, आपको क्रीज पर अच्छे फैसले करने होते हैं. ग्रीन ने कहा कि इस बार मैं रन बनाने पर ध्यान दूंगा और अगर गेंद अच्छी हुई तो रक्षात्मक खेल दिखाऊंगा. बल्लेबाजी के अलावा ग्रीन ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजी आक्रमण का भी अहम हिस्सा होंगे.

बता दें कि, यह 24 वर्षीय तेज गेंदबाज इंग्लैंड में ड्यूक गेंद से गेंदबाजी करने की चुनौती के लिए तैयार है. ग्रीन ने कहा कि सभी, विशेषकर गेंदबाज, स्विंग के कारण इंग्लैंड आने को लेकर उत्साहित रहते हैं. सामान्यत: जब मैं ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करता हूं तो काफी मूवमेंट नहीं मिलती इसलिए मैं रोमांचित हूं कि यहां हालात का फायदा उठा सकता हूं. ग्रीन के साथी खिलाड़ी उनकी मैच का रुख बदलने की क्षमता से अच्छी तरह वाकिफ हैं और उनका मानना है कि पिछले 4 महीने में भारतीय उपमहाद्वीप में सफलता के बाद ड्रेसिंग रूम में उनका अलग प्रभाव होगा.