घर में शंख रखना हिन्दू धर्म में बहुत शुभ मन जाता है. घर में शंख रखने से न सिर्फ मां लक्ष्मी का आगमन होता है बल्कि घर में सकारात्मकता भी आती है और नकारात्मकता का नाश होता है. हालांकि शंख रखने से जुड़े कई ऐसे नियम भी हैं जो शास्त्रों में वर्णित हैं मगर बहुत कम लोग ही इन नियमों के बारे में जानते हैं या उनका पालन करते हैं. ठीक ऐसे ही कई लोगों के घर में एक से ज्यादा शंख मिलते हैं, कहीं दो तो कहीं पर तीन-चार शंख. आज हम आपको बताते हैं कि घर में कितने शंख रखने चाहिए या फिर क्या घर में दो शंख रखना शुभ होता है. इसके साथ ही, घर में एक से ज्यादा शंख रखने का कैसा प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है.

घर में दो शंख रखने से क्या होता है

शास्त्रों के अनुसार, अगर आप पूजा में शंख रखना चाहते हैं तो सिर्फ एक ही शंख रख सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि शंख मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और मां लक्ष्मी को प्रिय भी है. ऐसे में पूजा के लिए दो शंख होना इस बात को दर्शाता है कि मां लक्ष्मी का स्थान स्थाई नहीं बल्कि अचल है. Read More – Ekta Kapoor ने Ankita Lokhande को दिया बड़ा ऑफर! Bigg Boss के बाद इस सीरियल में आ सकती हैं नजर …

दोनो के लिए अलग शंख

वहीं, अगर आप शंख पूजा में रखना चाहते हैं और साथ ही, बजाने के लिए भी लाना चाहते हैं तो आप पूजा के लिए एक शंख और बजाने के लिए एक और शंख ला सकते हैं. यानी कि घर में दो शंख रख सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि एक बजाने वाला शंख हो और एक पूजा करने के लिए शंख हो. Read More – ‘मरने के बाद’ जिंदा हुई Poonam Pandey, Video आया सामने …

इसलिए रखते हैं पूजा का और बजाने वाले शंख अलग

ऐसा माना जाता है कि पूजा में रखे शंख को कभी भी बजाना नहीं चाहिए, क्योंकि शंख बजाने के लिए उसे मुंह से लगाना पड़ता है और मुंह से लगाने के बाद शंख दूषित हो जाता है. ऐसा शंख पूजा में रखने के लिए वर्जित माना जाता है. इसलिए पूजा के लिए अलग और बजाने के लिए अलग शंख लाएं.