चंडीगढ़। कनाडा के विन्निपेग में एक नई सड़क का नाम गुलजार सिंह चीमा के नाम पर रखा गया है, जो 1988 में देश लेजिस्लेटिव असंबेली के लिए चुने जाने वाले पहले भारतीय मूल के कनाडाई डॉक्टर थे. सड़क को अब ‘चीमा ड्राइव’ कहा जाएगा. चीमा 1990 में द मेपल्स में लिबरल पार्टी के लिए फिर से चुने गए थे. गुलजार ने अपने पहले के चुनाव अभियानों को याद करते हुए कहा कि हम लोगों के दरवाजे खटखटाते थे और वे लोग कभी-कभी दरवाजे खोलते ही नहीं थे. अभियानों ने उन्हें परेशान कर दिया था.

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शहर को उल्लेखनीय बताते हुए उन्होंने पिछले हफ्ते उत्तर-पश्चिम विन्निपेग में नई सड़क के नाम का अनावरण करते हुए कहा कि मैं अभी उस शहर में हूं, जहां से यह सब शुरू हुआ था. हम इस जगह को कभी नहीं भूलेंगे. प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो ने चीमा के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि वह उन कुछ व्यक्तित्वों में से हैं, जिन्हें दो प्रांतीय लेजिस्लेटिव असंबेली का सदस्य बनने का सम्मान मिला है और वह पहले भारतीय-कनाडाई समुदाय के विधायक चुने गए थे.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ गुलजार चीमा ने समुदाय और देश के लिए नेतृत्व और समर्पण का सही अर्थ दिखाया है और आप यह करना जारी रखें. चीमा ने आशा व्यक्त की, कि उनकी विरासत लोगों को अपने समुदायों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने में मदद करेगी, जैसे उन्होंने वर्षों पहले किया था. चीमा को मई 2001 में ब्रिटिश कोलंबिया में सरे-पैनोरमा रिज का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था. 5 जून को उन्हें मानसिक स्वास्थ्य राज्य मंत्री के रूप में ब्रिटिश कोलंबिया सरकार के कार्यकारी परिषद के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से चिकित्सा और शल्य चिकित्सा में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है. वह न्यूफाउंडलैंड विश्वविद्यालय में प्रशिक्षु और सास्काटून विश्वविद्यालय अस्पताल के रेजीडेंट रहे हैं.