शैलेन्द्र पाठक, बिलासपुर. देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव-2018 की तैयारिया जोरों पर है. जहां एक तरफ राजनैतिक पार्टी रणनीति व क्षेत्र में वर्चस्व वाला प्रत्याशी तलाशने के फिराक में है. बिलासपुर विधानसभा सीट से राजा किन्नर ने 23 सितंबर को चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. मिली जानकारी के मुताबिक अंबिकापुर से मुस्कान किन्नर निर्दलीय चुनाव मैदान उतरेगा.

लोकतांत्रिक देश में जहां बड़ी राजनैतिक पार्टियों के द्वारा इस समुदाय को महत्व नहीं दिया जा रहा, वहीं किन्नर निर्दलीय ही देश में होने वाले विभिन्न प्रकार के चुनावों में पर्चा भरकर किस्मत आजमा लेते है.राजनैतिक पार्टियों के द्वारा उपेक्षित किन्नर समाज ने एकजुटता दिखाते हुए होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव-2018 में कई सीटों पर लड़ने के लिए संगठित हो रहे.

समर्थन में उतरे किन्नर

विधानसभा चुनाव में अंबिकापुर व बिलासपुर से चुनाव मैदान में उतरने के ऐलान के बाद किन्नरों का समूह एकजुट होकर चुनावी रणनीतियां बनाने में मशगूल हो गए है. रायगढ़ जिले से महापौर मधु किन्नर, शबनम मौसी जैसे किन्नर नेता राजनीति में होने से किन्नर समुदाय के लोगों के राजनैतिक प्रेरणा के रुप में है. राजनीति से दूर रहने वाले किन्नर समाज के लोगो का राजनीति में सहभागागिता का निर्वहन करने के बाद विधानसभा चुनाव में रोचक मुकाबले की उम्मीद की जा रही है.

भृष्टाचार को खत्म करने का किया दावा

बिलासपुर से विधानसभा चुनाव लड़ने का विचार बना चुके राजा किन्नर ने कहा कि सबसे पहले वह भृष्टाचार को खत्म करेगा. साथ ही उसने कभी भृष्टाचार नहीं करने का भी संकल्प लिया. बातचीत के दौरान राजा किन्नर ने कहा कि बड़ी राजनैतिक पार्टियां विधानसभा चुनाव में टिकट देने से इतराती है. जिससे निष्पक्ष व निर्दलीय चुनाव लड़ कर समाज की सेवा करना चाहता है.