सुधीर साहू, रायपुर. नगर निगम चुनाव में प्रत्याशी अपनी जीत के लिए तरह-तरह के उपाय अपना रहे हैं. ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला रायपुर के अमलीडीह इलाके से सामने आया है, जहां श्मशान घाट में चुनाव में प्रभाव डालने तांत्रिक क्रिया की गई. यहां स्थानीय लोगों ने दो युवकों को श्मशान घाट में तंत्र क्रियाएं करते देखा. अब इस घटना को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है.

वार्ड क्रमांक 50 के अमलीडीह श्मशान घाट में रात के अंधेरे में दो युवकों को काले कपड़े पहने हुए देखा गया. स्थानीय लोगों ने इन युवकों से पूछताछ की, लेकिन दोनों ने अपनी पहचान बताने से इनकार कर दिया और मौके से भाग गए. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि यह दोनों तंत्र क्रियाएं कर रहे थे और इनका उद्देश्य चुनाव प्रभावित करना था. इस घटना के बाद भाजपाइयों ने युवकों पर तंत्र-मंत्र से चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है. भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि बार-बार पूछने पर दोनों ने अपनी पहचान नहीं बताई.

ऐसी घटना राजनीतिक दलों के लिए अच्छा नहीं : भाजपा

इस मामले में भाजपा नेता उमेश घोरमोड़े का कहना है कि इस वक्त पूरे प्रदेश में चुनावी माहौल है. इस बीच आधी रात युवकों को ऐसी स्थिति में पाया जाना मतदाताओं को अच्छा संदेश नहीं देता. राजनीतिक दलों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए. देश में लोकतंत्र है और जनता अपना मत निष्पक्षता से दे, यह जरूरी है. चुनाव के बीच ऐसी बातें सामने आना राजनीतिक दलों के लिए अच्छा नहीं है.

हार के डर के कारण बेतुके आरोप लगा रही भाजपा : कांग्रेस

कांग्रेस नेता धनंजय ठाकुर का कहना है कि जो वीडियो जारी किया गया है उसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है. कांग्रेस का कोई प्रत्याशी ऐसे कृत्य में संलिप्त नहीं है. बीजेपी को हार का डर है. वह पूरी तरह से डरी हुई है और इसी कारण ऐसे आरोप लगा रही है. इस बात से ये स्पष्ट होता है कि बीजेपी की विश्वसनीयता जनता से जा चुकी है इसलिए ऐसे बेतुके आरोप लगा रही है.

तांत्रिक क्रिया करके कोई चुनाव नहीं जीत सकता : दिनेश मिश्रा

इस मामले में अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्रा ने कहा कि तांत्रिक क्रिया करके कोई भी व्यक्ति चुनाव नहीं जीत सकता है. ये सिर्फ मन का भ्रम और अंधविश्वास है. ऐसा करके कोई भी व्यक्ति कोई भी चुनाव नहीं जीत सकता है. अगर ऐसा होता तो हर तांत्रिक यही करता.