रायपुर। कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग की पहली बैठक प्रदेश कार्यालय में हुई. इसमें वीरप्पा मोइली, प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ दीपक बैज सहित प्रदेश के नेता शामिल हुए. बैठक में कांग्रेस प्रत्याशियों का गुस्सा भी फूट पड़ा, जिसमें नेताओं ने हार के लिए गुटबाजी और भीतरघात को जिम्मेदार ठहराया.
सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव के बाद हुई इस पहली बैठक में कई नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की. इस बैठक में विधायक कवासी लखमा की भी शिकायत हुई. वहीं बस्तर में हार के लिए गुटबाजी को जिम्मेदार ठहराया गया. कई नेताओं ने संगठन के कामकाज पर भी सवाल उठाए. बैठक में रायपुर के नेताओं को कम प्रतिनिधित्व का मुद्दा भी उठा. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रहते महिलाओं की कम भागदारी पर भी कई नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा.
कांग्रेस फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक के बाद छग प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए कमेटी की बैठक हुई है. विधानसभा और लोकसभा चुनाव का परिणाम हमारे पक्ष में नहीं रहा. उन्होंने कहा कि छग में कांग्रेस के पक्ष में वोट प्रतिशत में कमी नहीं आई है. इसकी रिपोर्ट तैयार कर AICC को सौंपी जाएगी.
कांग्रेस में आपसी गुटबाजी के सवाल पर प्रदेश प्रभारी पायलट ने कहा कि कांग्रेस में कहीं भी आपसी गुटबाजी नहीं है. आने वाले चुनाव की तैयारी अब कांग्रेस शुरू करने वाली है. छग की भाजपा सरकार 5 से 6 माह में कहीं छाप नहीं छोड़ पाई है.
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