हरियाणा में BJP रिकॉर्ड लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. हरियाणा चुनाव (Haryana election) में बीजेपी सुनामी ऐसी आई कि कांग्रेस (Congress) दूर बह गई. 90 सीटों वाले विधानसभा में बीजेपी 48 सीटों के साथ सत्ता बना ली. वहीं कांग्रेस सिर्फ 37 सीट पर सिमत कर रह गई. लेकिन इन सबके बीच दो पार्टियों ने भी इस चुनाव मैदान में दो-दो हाथ किए थे. जिसमें बसपा और आजाद समाज पार्टी शामिल है. दोनों ही पार्टियों का हाल इस चुनाव में बेहाल रहा.
नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद (रावण) ने हरियाणा की 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे. जिन्होंने दुष्यंत चौटाला जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा. उम्मीद तो कुछ अच्छा करने की थी. लेकिन जनता ने इन्हें नहीं अपनाया. स्थिति ये रही कि कई सीटों में आजाद पार्टी के प्रत्याशियों को 500 वोट भी नहीं मिले.
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नीलोखेड़ी में पार्टी के प्रत्याशी करम सिंह को सिर्फ 387 वोट मिले. जो 8वें स्थान पर रहे. इसी तरह सोनीपत में राजेश 227 वोटों के साथ सातवें नंबर पर रहे. महेंद्रगढ़ में शशिकुमार को 464 वोट मिले. रेवाड़ी में पार्टी की मोकी देवी को 206 वोट मिले. पृथला सीट पर गिरीराज जटोला को 270 वोट ही मिले. सोहना सीट पर आजाद समाज पार्टी के विनेश गुज्जर घाटा को 2040 वोट मिले जो सातवें नंबर पर थे. पुन्हाना में आसपा के अताउल्लाह 829 वोट मिले. पलवल सीट पर हरित कुमार 2578 वोट मिले.
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