Cannabis Cultivation: भांग के बारे में तो आप जानते ही होंगे. इसका इस्तेमाल दवाइयां, पर्सनल केयर वेलनेस और कई उत्पाद बनाने में किया जाता है. कई लोग इसका इस्तेमाल नशे के लिए भी करते हैं. यह काफी महंगा होता है. इसकी खेती दूसरी फसलों की तरह आसान नहीं है. खेती शुरू करने से पहले कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है.
इन राज्यों में खास तौर पर होती है भांग की खेती
मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड जैसे राज्यों में भांग की खेती बड़े पैमाने पर होती है. भारत से इटली, इजराइल जैसे देशों में इसकी अवैध सप्लाई होती है.
Cannabis Cultivation: इन नियमों का करना पड़ता है पालन
जो भी व्यक्ति धान की खेती करना चाहता है, उसे सबसे पहले लाइसेंस लेना होता है. लाइसेंस आयुष मंत्रालय से बनता है. कोई भी किसान अपने जिले के कृषि विभाग से इस बारे में जानकारी ले सकता है.
इसके बाद भी कई लोग अवैध तरीके से भांग की खेती करते हैं. जिसका करीब 50 करोड़ रुपये का बाजार है. कानून के मुताबिक किसान उतनी ही भांग पैदा कर सकते हैं, जितने का उन्हें लाइसेंस मिलता है.
स्टार्टअप कर रहे हैं भांग का इस्तेमाल
देश में 100 से ज़्यादा स्टार्टअप हैं जो भांग से बने उत्पाद बना रहे हैं. भांग का इस्तेमाल पर्सनल केयर प्रोडक्ट और दवाइयों को बनाने में ज़्यादा किया जा रहा है.
हर हिस्से की मिलती है ज़्यादा कीमत
भांग पौधे का सिर्फ़ एक हिस्सा होता है. इसके अलावा भांग के पौधे के दूसरे हिस्सों की कीमत भी महंगी होती है. पौधे में पाए जाने वाले फूलों को सुखाकर गांजा बनाया जाता है. फलों और फूलों को सुखाकर तेल निकाला जाता है. पौधे की जड़ें और तने ऊंचे दामों पर बिकते हैं.
Cannabis Cultivation: भांग के बीजों की है काफ़ी मांग
भांग के बीजों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की वजह से बाज़ार में इनकी काफ़ी मांग है. बीजों में विटामिन, ओमेगा 3, फाइबर, प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. जिन राज्यों में हशीश और मारिजुआना का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होता है, उनमें पंजाब, छत्तीसगढ़, सिक्किम, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं.
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