चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह BSF के मुद्दे पर केंद्र सरकार के समर्थन में आ आए हैं. केंद्र ने BSF का अधिकार क्षेत्र 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर तक कर दिया है. इसे पंजाब विधानसभा में गुरुवार को रद्द कर दिया. कैप्टन ने कहा कि यह संघीय ढांचे का उल्लंघन नहीं है. उन्होंने नसीहत दी कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ना पंजाब पुलिस की क्षमता पर सवाल नहीं उठाता है.

जिस पाक अधिकारी की पाकिस्तान को है पिछले 50 साल से तलाश, उसे भारत सरकार ने पद्मश्री से किया सम्मानित

 

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में जिन्हें कुछ नहीं पता है, वही इस पर राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस पर भी इसे लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीएसएफ कोई विदेशी सेना नहीं है, जो हमारी जमीन पर कब्जा करने आ रही है. गौरतलब है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था. इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया गया. कैप्टन ने कांग्रेस और सिद्धू पर कई गंभीर आरोप लगाए. फिलहाल वे कांग्रेस छोड़ चुके हैं. उन्होंने अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया है. बता दें कि अगले साल पंजाब विधानसभा चुनाव हैं, जिसे लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. आप भी ताल ठोंक रही है. आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कई बार पंजाब का दौरा किया है और कई बड़ी घोषणाएं भी की हैं.

आज पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र का दूसरा दिन, चंडीगढ़ में अकाली दल और AAP कार्यकर्ताओं का सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन

 

राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कैप्टन हमेशा मुखर रहे हैं. यहां तक कि CM रहते हुए भी वे कांग्रेस की पार्टी लाइन को तोड़कर केंद्र के हक में डटे रहे. अब फिर उन्होंने पंजाब विधानसभा में केंद्र का नोटिफिकेशन रद्द होते ही इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. इधर सांसद मनीष तिवारी ने पंजाब विधानसभा में BSF पर प्रस्ताव पास करने को लेकर सर्वसम्मति की तारीफ की. हालांकि, उन्होंने कहा कि इसे संवैधानिक तौर पर चुनौती दी जानी चाहिए.