चंडीगढ़. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह करीब तीन साल की राजनीतिक निष्क्रियता के बाद एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। वे तरनतारन विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए प्रचार करेंगे और मालवा क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करने पर विशेष ध्यान देंगे, जहां किसानों में उनका गहरा प्रभाव हैं।

कैप्टन ने रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के कारण राजनीति से दूरी बनाई थी, लेकिन अब पूरी तरह स्वस्थ होने का दावा करते हुए चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, “मैं ठीक हूं और लड़ाई जीतने के बाद ही वापस लौटूंगा।” सक्रियता की शुरुआत में ही उन्होंने अपने पुराने साथी संदीप सिंह सन्नी बराड़ को भाजपा में शामिल करवाया।


इससे पहले कैप्टन मोहाली स्थित भाजपा दफ्तर पहुंचे, जहां उन्होंने वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की और औपचारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान वे पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग पर हमलावर रहे। उन्होंने कहा कि पंजाब को भाजपा की जरूरत है, क्योंकि नशा, गैंगस्टरवाद और पंजाब-विरोधी ताकतों को केवल भाजपा की मदद से ही खत्म किया जा सकता हैं। कैप्टन आनंदपुर साहिब में शहीदी समागम में भी हिस्सा लेंगे। वहां स्टेज पर पुराने अंदाज में खड्ग लिए नजर आए। भाजपा उन्हें पंजाबियों के पुराने नेता के रूप में पुनः सक्रिय करने की योजना बना रही है।


शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन के सवाल पर कैप्टन ने स्पष्ट इनकार किया। उन्होंने कहा कि यह फैसला पंजाब के नेताओं से सलाह-मशविरा कर राष्ट्रीय नेतृत्व लेगा।

कैप्टन का मालवा में किसानों पर गहरा प्रभाव है, जिसे भाजपा तरनतारन उपचुनाव और भविष्य की रणनीति के लिए भुनाना चाहती है। उनकी वापसी से पंजाब की राजनीति में नया उभार आने की संभावना है।