चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की, ताकि युद्धग्रस्त यूक्रेन में विभिन्न स्थानों पर फंसे पंजाब के करीब 500 छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके. उन्होंने पंजाब सरकार से एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के लिए भी कहा, जो छात्रों की शीघ्र वापसी के लिए केंद्र और विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय कर सके.
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हालांकि पंजाब सरकार ने एक समर्पित फोन नंबर स्थापित किया है, फिर भी इस उद्देश्य के लिए किसी भी नोडल अधिकारी को नियुक्त किया जाना बाकी है. अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री के साथ छात्रों के माता-पिता की चिंता साझा करते हुए कहा कि वे चिंतित हैं, क्योंकि यूक्रेन से रिपोर्ट आ रही हैं कि बंकरों और मेट्रो स्टेशनों में शरण लिए हुए सैकड़ों छात्र हताश हैं. उन्होंने यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने में भारत सरकार के प्रयासों की सराहना की और आशा जताई कि प्रयासों को और तेज किया जाएगा.
अमरिंदर सिंह ने भारत सरकार के प्रयासों की सराहना की
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं यूक्रेन में मौजूद पंजाब के छात्रों की कठिनाई को समझता हूं. मुझे विश्वास है कि हमारी सरकार हर छात्र और व्यक्ति को सुरक्षा के साथ वापस लाएगी.
भारतीय दूतावास छात्रों से किया आग्रह
रोमानिया में भारतीय दूतावास ने छात्रों से आग्रह किया है कि उन्हें रोमानिया की सीमा से देश की राजधानी बुखारेस्ट ले जाने पर किसी को भी पैसे देने की जरूरत नहीं है. दूतावास ने एक ट्वीट में कहा कि यह उनके संज्ञान में लाया गया है कि कुछ लोग भारतीय छात्रों को रोमानियाई सीमा से बुखारेस्ट ले जाने के लिए पैसे वसूल रहे हैं. दूतावास ने भारतीय छात्रों से किसी को पैसे देने से परहेज करने का आग्रह करते हुए कहा कि उनके द्वारा दी जाने वाली सभी सेवाएं मुफ्त हैं, जिसमें बुखारेस्ट के लिए परिवहन भी शामिल है.
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