चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आज तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि वह किसानों के विकास के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं. अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, “अच्छी खबर! गुरु नानक जयंती के पवित्र अवसर पर हर पंजाबी की मांगों को मानने और 3 काले कानूनों को निरस्त करने के लिए पीएम @नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद.” उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि केंद्र सरकार किसानों के विकास के लिए मिलकर काम करना जारी रखेगी.

BIG NEWS: PM मोदी का बड़ा ऐलान, केंद्र सरकार ने वापस लिए तीनों कृषि कानून, किसानों से खेतों में वापस लौटने की अपील

 

अमरिंदर सिंह ने कृषि कानूनों को वापस लेने के केंद्र के फैसले के बाद कहा कि उनकी पार्टी पंजाब में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे पर भाजपा के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है. उन्होंने प्रदर्शन कर रहे किसानों से राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं के बाहर अपना विरोध-प्रदर्शन समाप्त करने और अपने मूल स्थानों पर लौटने की अपील की.

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पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कई ट्वीट किए. उन्होंने कहा कि यह न केवल किसानों के लिए बड़ी राहत के रूप में आया है, बल्कि पंजाब की प्रगति के लिए मार्ग प्रशस्त किया है. मैं किसानों के विकास के लिए बीजेपी फॉर इंडिया के नेतृत्व वाली केंद्र के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हूं. मैं पंजाब के लोगों से वादा करता हूं मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगा, जब तक कि मैं हर एक की आंख से आंसू पोंछ न दूं. बता दें कि पहले तो 18 सितंबर को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और बाद में इस महीने 2 नवंबर को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सात पन्नों का पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने अपनी पार्टी का नाम पंजाब लोक कांग्रेस रखा. उन्होंने पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के साथ सत्ता संघर्ष के बाद सितंबर में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की, साथ ही प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर आंदोलन कर रहे किसानों से घर वापस लौटने की अपील की है. बता दें कि इन तीनों कानूनों को वापस लेने के लिए लगभग सालभर से कुछ किसान संगठन विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे.

 

PM मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की कुछ खास बातें

1. पीएम मोदी ने कहा कि इस महीने के अंत में शुरू हो रहे शीतकालीन संसद सत्र के दौरान तीनों कृषि कानूनों को सदन के जरिए वापस ले लिया जाएगा.

2. उन्होंने कहा कि आज गुरुनानक देव जी का पवित्र प्रकाश पर्व है और इस मौके पर मैं बताना चाहता हूं कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है. उन्होंने आंदोलन कर रहे किसानों से घर वापस लौटने की अपील की.

3. पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में थे, लेकिन बहुत प्रयासों के बावजूद हम ये बात कुछ किसानों को समझा नहीं पाए. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसानों की स्थिति सुधारने के लिए ही तीन कृषि कानून लाए गए थे. उन्हें अपनी उपज की सही कीमत मिले, इसके लिए हमने ऐसा किया. सालों से यह मांग की जा रही थी. पहले भी कई सरकारों ने इस पर मंथन किया था. इस बार भी चर्चा हुई और मंथन हुआ. देश के कोने-कोने में कई किसान संगठनों ने इसका समर्थन किया.

4. हमारी सरकार किसानों के हित में लगातार एक के बाद एक कदम उठाती जा रही है. किसानों के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रही है.

5. पीएम मोदी ने कृषि विकास और किसान कल्याण को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताया. उन्होंने कहा कि ज्यादातक किसान छोटे किसान हैं. इनके पास दो हेक्टेयर से कम जमीन है. इन छोटे किसानों की संख्या 10 करोड़ से ज्यादा है. छोटी सी जमीन के सहारे ही वह अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं. पीढ़ी दर पीढ़ी परिवारों में होने वाला बंटवारा जमीन को और छोटा कर रहा है, इसलिए हमने बीज, बीमा, बाजार और बचत इन सभी पर चौतरफा काम किया है.

6. पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि हमने फसल बीमा योजना को अधिक प्रभावी बनाया. उसके दायरे में ज्यादा से ज्यादा किसानों को लाए. किसानों को ज्यादा मुआवजा मिल सके, इसके लिए पुराने नियम भी बदले गए. पिछले 4 सालों में एक लाख करोड़ से ज्यादा का मुआवजा किसान भाईयों को मिला है.

7. पीएम मोदी ने कहा कि हमने अपने ग्रामीण बाजारों को मजबूत बनाया है. छोटे किसानों के लिए कई योजनाएं लाई हैं. किसानों के लिए 5 गुणा अधिक बजट का आवंटन किया है. हमने सूक्ष्म सिंचाई के लिए राशि दोगुनी कर दी है.