रमेश सिन्हा, पिथोौरा। पिछले दो तीन महीने से क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने एक बंदर को आखिरकार वन विभाग के अमले ने कैद कर ही लिया। मामला महासमुंद जिले के पिथौरा वन परिक्षेत्र के डिपो पारा का है। डिपोपारा और लहरौद में पिछले दो-तीन महीने से एक लाल मुंह प्रजाति के बंदर ने उत्पात मचा कर रखा था।

स्थानीय लोगों के मुताबिक ये शरारती बंदर मौका देखकर किराना दुकानों से सामान ले कर भाग जाता था तो कहीं किसी के घर में घुसकर सामानों को तितर बितर करना और ले कर भाग जाना, यह सब आम बात हो गई थी। अपनी शरारतों से लोगों के नाक में दम करने वाले इस बंदर ने छोटे बच्चों को दौड़ाना भी शुरु कर दिया था। जिसकी वजह से लोग कोई अनहोनी को लेकर आतंकित रहने लगे थे। स्थानीय लोगों ने बंदर की इस कारस्तानी की शिकायत वन विभाग से की।

जिसके बाद वन विभाग ने बंदर को पकड़ने पिंजरा लगाया गया। आखिरकार सप्ताह भर बाद बंदर पिंजरे में लटकाए गए लेज की लालच में फंस ही गया और वन विभाग द्वारा रखे गए पिंजरे में कैद हो गया। बंदर के पकड़े जाने से अब लोगों ने चैन की सांस ली है। वहीं बताया जा रहा है कि वन विभाग की टीम इस शरारती बंदर को बार नवापारा के जंगल में छोड़ने ट्रक से रवाना कर दिया है।